उत्तर प्रदेश विधानसभा के बदलावों पर गदगद हैं फागू चौहान
यूपी से आए पत्रकारों के दल से मेघालय के राज्यपाल ने खुलकर बातचीत की
शिलांग से अजय दयाल/अमृत विचार। उत्तर प्रदेश विधानसभा के रिकॉर्ड छह बार सदस्य ( मऊ, घोसी) रह चुके मेघालय के राज्यपाल फागू चौहान उप्र विधान भवन में हुए व्यापक बदलावों को जानकर गदगद हैं। उन्होने यूपी आकर उस विधानसभा के बदले स्वरूप को देखने की इच्छा भी जताई है, जहां उन्होंने बतौर सदस्य कई दशक गुजारे हैं।
वे न केवल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली से प्रभावित हैं बल्कि उप्र की कानून व्यवस्था में सुधार के साथ ही हो रहे विकास कार्यों से पूरी तरह संतुष्ट भी हैं।
फिलवक्त, अपने राज्य मेघालय को लेकर हुईं एक चर्चा में उन्होंने कहा कि मेघालय में अपराध का ग्राफ काफी कम है। इसके साथ ही यहां युवाओं के विकास के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में और सुधार लाने के लिए जल्द ही यहां के सरकारी विश्वविद्यालय को और उच्चीकृत किया जाएगा जिसकी कार्रवाई भी तेजी के साथ शुरू हो गई है।
उन्होने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से शुरू किए गए 'हमारा संकल्प विकसित भारत' की हकीकत जानने के लिए उत्तर प्रदेश से मेघालय आए पत्रकारों के दल ने यहां के राज्यपाल फागू चौहान से औपचारिक भेंट की। पत्रकारों ने राज्यपाल से मेघालय की कानून-व्यवस्था व विकास कार्यों के साथ ही अन्य कई मुद्दों पर बातचीत की जिसका उन्होंने बेबाकी के साथ जवाब दिया।
कानून व्यवस्था के सवाल पर उन्होंने बताया कि यहां की कानून व्यवस्था अन्य प्रदेशों की तुलना में काफी बेहतर है और यहां अपराध का ग्राफ भी काफी कम है। रात में भी महिलाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं और वह किसी भी समय खुले आम आ जा सकती हैं। साथ ही लूटपाट व हत्याओं की घटना का ग्राफ भी काफी कम है।
मेघालय के विकास कार्यों के सवाल का जवाब देते हुए राज्यपाल ने बताया कि पूरा मेघालय क्षेत्र पहाड़ी होने के बावजूद भी विकास कार्यों से जुड़े विभाग अपना पूरा दायित्व निभा रहे हैं और योजनाओं का लाभ सुदूर पहाड़ों पर बसे गांव के निवासियों तक आसानी से पहुंचा रहे हैं।इससे वहां के निवासी विभिन्न योजनाओं का लाभ लेकर अपने को विकसित कर रहे हैं।
मेघालय सरकार विकास कार्यों पर पूरी तरह नजर रखे हुए है। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रदेश के विकास के लिए वहां पर सड़क, बिजली, पानी के अलावा शिक्षा का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। ऐसे में यहां पर उच्च शिक्षा के विकास के लिए सरकारी विश्वविद्यालय को और उच्चीकृत किया जाएगा तथा कहीं नये पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जाएगी ताकि मेघालय के छात्रों को इन पाठ्यक्रमों के लिए बाहर न जाना पड़े।
राज्यपाल ने बताया की सरकारी विश्वविद्यालय के विस्तार के लिए जमीन की तलाश लगभग पूरी हो चुकी है । इसके साथ ही विस्तार को लेकर विधानसभा से भी पास प्रस्ताव पास हो गया है । उन्होंने बताया कि अभी मेघालय के सरकारी विश्वविद्यालय में ज्यादा पाठ्यक्रम नहीं है ऐसे में कई पाठ्यक्रमों के लिए छात्रों को या तो बाहर जाना पड़ता है या निजी विश्वविद्यालयों का सहारा लेना पड़ता है। जल्द ही इस कमी को दूर कर लिया जाएगा।
राज्यपाल ने बताया कि पूरे मेघालय क्षेत्र में सड़के काफी अच्छी हैं और सुदूर पहाड़ों पर बसे गांवों को भी सड़कों से जोड़ने का कार्य किया गया है। इसके साथ ही छोटी आबादी के गांव को भी बिजली आपूर्ति की गई है। स्वरोजगार के क्षेत्र में यहां की महिलाएं काफी आगे हैं और कोई ना कोई कार्य करके अपनी जीविका को आसानी से चला रही है।
भेंटवार्ता के दौरान राजपाल ने उत्तर प्रदेश से शुरू की गई अपनी राजनीति को याद करते हुए कई संस्मरण सुनाए साथ ही उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहते हुए विधानसभा की कार्रवाई के दौरान की भी कई महत्वपूर्ण संस्मरणों को साझा किया। राज्यपाल से भेंट वार्ता के दौरान उनके सचिव व मेघालय के मुख्य निर्वाचन अधिकारी का दायित्व संभाल रहे आईएएस अधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी व पीआईबी शिलांग के मीडिया एंड कम्युनिकेशन ऑफिसर गोपाजीत दास भी पत्रकारों के साथ मौजूद रहे।
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