बदायूं: जिले की 500 से अधिक ग्राम पंचायत में बनेंगे आरआरसी सेंटर
बदायूं, अमृत विचार: शासन की ओर से स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन कार्य के लिए जिले के 5 सौ से अधिक गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों में ठोस कचरा प्रबंधन के लिए स्वच्छता संसाधन केंद्र (आरआरसी) का निर्माण किया जाएगा।
गांव में बन रहे आरआरसी सेंटर ढाई लाख से लेकर साढ़े सात लाख की लागत से तैयार किए जा रहे हैं। जिससे गांवों को स्वच्छ रखा जा सके। इससे पूर्व 49 गांवों में आरआरी सेंटर बनाए गये थे। इनमें काम शुरू हो चुका है। इनके सफल कार्य करने पर अब जिले की 5 सौ से अधिक गांवों में इनका निर्माण कराया जा रहा है।
जिले में 1037 ग्राम पंचायत हैं। इनमें से पांच सौ से अधिक गांवों में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन कार्य के लिए आरआरसी सेंटर (रिसोर्स रिकवरी सेंटर ) का निर्माण कराया जा रहा है। आबादी के हिसाब से एक गांव में पांच से सात लाख रुपये आरआरसी सेंटर के निर्माण पर खर्च किए जा रहे हैं।
अब तक करीब दो से अधिक गांवों में तरल और ठोस कचरे का निस्तारण शुरू हो गया है। गांवों में लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है कि वे इधर-उधर कचरा फेंकने की बजाय डस्टबिन का प्रयोग करें ताकि उसे आसानी से आरआरसी सेंटर पहुंचाया जा सके। इन गांवों में ई-रिक्शा के माध्यम से कूड़ा उठाया जा रहा है।
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घरों से एकत्रित किया जा रहा कूड़ा
पंचायत राज विभाग के अधिकारियों के अनुसार अब तक करीब दो सौ से अधिक गांवों में आरआरसी सेंटर बनकर तैयार हो गये हैं। जिन्हें चालू कराया दिया गया है। आरआरसी सेंटरों में व्यवस्थित तरीके से कूड़ा निस्तारण के साथ घर-घर ई-रिक्शा भेजकर कूड़ा-कचरा लाकर इकट्ठा करके सेंटर पर पहुंचने लगा है।
गांव से निकलने वाले गंदे पानी को साफ बनाने के लिए नालियों में सिल्ट कैचर और फिल्टर चैंबर बनाकर तालाबों तक पहुंचाने की योजना है। इस पर काम चल रहा है। शेष गांवों में वित्तीय वर्ष के अंत तक कार्य को पूर्ण किए जाने का दावा भी अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है।
जिले के पांच सौ से अधिक गांवों में आरआरसी सेंटर बनाए जाने हैं। इनमें करीब दो गांवों में काम पूरा हो गया है। शेष में काम जल्द पूरा हो जाएगा। जिन गांवों में सेंटर बन गये हैं। उनमें काम शुरू करा दिया गया है---श्रेया मिश्रा, डीपीआरओ।
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