नैनीताल: जनवरी मध्य में 5 फीट नीचे गिर गया नैनी झील का जलस्तर
नैनीताल, अमृत विचार। बीते पांच माह से वर्षा नहीं होने व झील से लगातार जल दोहन होने से नैनी झील का जलस्तर 12 फीट से घट कर 6 फीट 11 इंच पर आ गया है। यानी जनवरी के मध्य में 5 फीट नीचे आ गया है।
बीते साल 23 जनवरी को झील का जलस्तर 7 फीट 1 इंच था। नैनी झील का जलस्तर एक से आधा इंच रोज घट रहा है। अगर यही हालत रही तो इस वर्ष जल्दी ही डेल्टा दिखने के कयास लगाये जा रहे है।
हालांकि अभी लोगों में वर्षा व शीतकाल में बर्फबारी होने की उम्मीद है। अच्छी वर्षा व बर्फबारी ही अब झील में संतुलन बना सकती है। प्राकृतिक रूप से नैनी झील वर्षा जल से 60 प्रतिशत व भूमिगत जल से 40 प्रतिशत रिचार्ज होती है। शीतकालीन बर्फबारी व वर्षा के बाद ही भूमिगत जल का संतुलन बना रहता है। बीते तीन वर्षों से नैनीताल में पर्याप्त बर्फबारी हुई और न ही शीतकालीन वर्षा नतीजतन इसका सीधा असर नैनी झील में पड़ा।
जीवनदायिनी नैनी झील का जलस्तर अब तेजी से घटने का कारण पर्याप्त बर्फबारी शीतकालीन वर्षा नहीं होना रहा है। लेकिन इसका मुख्य कारण सूखाताल में अवैध निर्माणों के कारण झील का रिचार्ज नहीं होना भी है। झील 40 प्रतिशत भूमिगत व 60 प्रतिशत वर्षा जल से रिचार्ज होती है। जिसमें से सर्वाधिक रिचार्ज सूखाताल क्षेत्र के जलागम क्षेत्र से होता है। सूखाताल क्षेत्र में लगातार अवैध निर्माणों व इस क्षेत्र की भारी उपेक्षा के कारण नैनी झील की हालत खराब हुई है।