Exclusive: अफसरों की लापरवाही; गंगा में नाले का करोड़ों लीटर गंदा पानी बहा, सीवेज पंपिंग स्टेशन मिला बंद...
कानपुर में गंगा नदी में नाले का करोड़ों लीटर गंदा पानी बहा दिया गया।
माघ मेले का दूसरा स्नान पौष पूर्णिमा पर गुरुवार को है लेकिन इससे पहले गंगा नदी में नाले का करोड़ों लीटर गंदा पानी बहा दिया गया।
कानपुर, अभिषेक वर्मा। माघ मेले का दूसरा स्नान पौष पूर्णिमा पर गुरुवार को है लेकिन इससे पहले गंगा नदी में नाले का करोड़ों लीटर गंदा पानी बहा दिया गया। यूपीपीसीबी के औचक निरीक्षण में जाजमऊ में बने 130, 43 और 5 एमएलडी के एसटीपी व कॉमन सीवेज पंपिंग स्टेशन बंद मिला।
बड़ी लापरवाही पर यूपीपीसीबी के अधिकारियों ने जलनिगम इकाई और प्लांट चलाने वाली संस्था को नोटिस भेजकर चेतावनी जारी की है और तत्काल प्लांट को शुरू करने के निर्देश दिये हैं।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित मिश्रा ने बताया माघ मेले को देखते हुये उन्होंने अपनी टीम के साथ मंगलवार सुबह जाजमऊ में बने 130, 43 और 5 एमएलडी का एसटीपी व कॉमन सीवेज पंपिंग स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान 130 एमएलडी एसटीपी की सभी इकाईयां जैसे मैकेनिकल स्क्रीन, ग्रिट रिमूवल चैंबर, पीएसटी, एरियेशन टैंक, सभी एफएसटी, टीईपीएच और आरएसपीएच बंद मिले।
इसी तरह 43 और 5 एमएलडी एसटीपी की इकाईयां भी बंद मिलीं। उन्होंने बताया कि 43 और 5 एमएलडी एसटीपी का अशोधित सीवेज एयरफोर्स नाले के माध्यम से सीधे गंगा नदी में जाता मिला। इसके साथ ही पाया गया कि सीएसपीएस पर अपर्याप्त पंपिंग होने की वजह से बाईपास लाइन के माध्यम से अशोधित सीवेज गंगा नदी में जाता हुआ मिला। जिससे गंगा नदी गंदी होती मिली है। यूपीपीसीबी ने इसके लिये जलनिगम के साथ ही एसटीपी का संचालन कर रही कानपुर रिवर मैनेजमेंट कंपनी को चेतावनी जारी की है।
जनवरी से मार्च तक सख्ती के निर्देश
शासन की ओर से सख्त निर्देश है कि जनवरी से मार्च के बीच गंगा नदी में गंदगी जाने से रोका जाये। इसके लिए नालों को टैप करने के साथ ही टेनरियों के बंदी का रोस्टर जारी किया गया है। लेकिन, इसके बावजूद कानपुर में अफसरों की लापरवाही की वजह से गंगा नदी को गंदगी से निजात नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह से कानपुर से प्रयागराज की ओर करोड़ों लीटर सीवेज जा रहा है।
एसटीपी शुरू करें नहीं तो होगी कार्रवाई
माघ-मेले का दूसरा स्नान 25 जनवरी यानी आज है। इसके तहत शासन की ओर से जारी रोस्टर के अनुसार 12 जनवरी से टेनरियों और नालों के गंदगी को गंगा नदी में जाने से पूरी तरह से रोकना था। लेकिन इसके बावजूद गंगा में लगातार गंदगी जा रही है। जिससे एनजीटी की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा पा रहा है। इसके साथ ही गंगा में प्रदूषण बढ़ रहा है।
यह है रोस्टर
स्नान स्नान तारीख कब से कब तक टेनरी बंदी
मकर संक्रांति 15 जनवरी 12 से 15 जनवरी
पौष पूर्णिमा 25 जनवरी 22 से 25 जनवरी
मौनी अमावस्या 9 फरवरी 6 से 09 फरवरी
बसंत पंचमी 14 फरवरी 11 से 14 फरवरी
माघी पूर्णिमा 24 फरवरी 21 से 24 फरवरी
महाशिवरात्रि 8 मार्च 05 से 8 मार्च
