Kanpur: देश के दूसरे स्पीच एंड हियरिंग इंस्टीट्यूट का हुआ शिलान्यास; शिक्षण व प्रशिक्षण के साथ दिव्यांगों को मिलेगी इलाज की सुविधा...
कानपुर में देश के दूसरे स्पीच एंड हियरिंग इंस्टीट्यूट का शिलान्यास किया गया।
कानपुर के सुरार गांव में स्थापित होने वाले ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ स्पीच एंड हियरिंग की बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने वर्चुअल आधारशिला रखी। संस्थान की स्थापना के लिए मंत्रालय ने 180 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।
कानपुर, अमृत विचार। कानपुर के सुरार गांव में स्थापित होने वाले ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ स्पीच एंड हियरिंग की बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने वर्चुअल आधारशिला रखी। संस्थान की स्थापना के लिए मंत्रालय ने 180 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। कर्नाटक में मैसूर के बाद यह देश में दूसरा संस्थान होगा, जहां पढ़ाई के साथ दिव्यांगों के इलाज और प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी। बीते एक दशक से इस प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने की कवायद चल रही थी। अब जल्दी ही भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी।
वर्ष 2013 में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कानपुर में इंस्टीट्यूट ऑफ स्पीच एंड हियरिंग की स्थापना का निर्णय लिया था। शासन ने तत्कालीन सीएमओ डॉ. आरपी यादव से इसके लिए भूमि उपलब्ध कराने को कहा था। तत्कालीन जिलाधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने वर्ष 2015 में सुरार में संस्थान के लिए 25 एकड़ भूमि चिह्नित करके स्वास्थ्य विभाग के नाम पर राजस्व अभिलेख में दर्ज करा दी थी। लेकिन प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर से उचित पैरवी नहीं होने के कारण प्रोजेक्ट की फाइल आलमारी में बंद हो गई।
वर्ष 2018 में सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने इस प्रोजेक्ट का संज्ञान लेकर तत्कालीन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री से बात की। इसके बाद मैसूर स्थित संस्थान के निदेशक एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के उप सचिव ने स्थलीय निरीक्षण किया। अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने संस्थान की आधारशिला रखते हुए जल्दी ही निर्माण की बात कही है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि संस्थान की स्थापना के लिए धनराशि मंजूर कर दी गई है।
संस्थान में डिग्री, डिप्लोमा कोर्स के साथ पीएचडी भी
स्पीच एंड हियरिंग संस्थान में विभिन्न तरह के डिग्री, डिप्लोमा कोर्स के साथ ही पीएचडी की उपाधि दी जाएगी। यहां ऑडियोलॉजी, स्पीच-लैंग्वेज पैथोलॉजी में पीएचडी की उपाधि दी जाएगी। इसके साथ ही फॉरेंसिक स्पीच साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी में पीजी डिप्लोमा, न्यूरो ऑडियोलॉजी में पीजी डिप्लोमा, क्लीनिकल भाषा विज्ञान में पीजी डिप्लोमा , बैचलर ऑफ ऑडियोलॉजी एंड स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजी , डिप्लोमा इन हियरिंग, लैंग्वेज एंड स्पीच, डिप्लोमा इन हियरिंग एंड एंड ईयर मोल्ड टेक्नोलॉजी, ऑगमेंटेटिव एंड अल्टरनेटिव कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा, डिप्लोमा इन हियरिंग ऐड एंड ईयर मोल्ड टेक्नोलॉजी, एमएससी (ऑडियोलॉजी), एमएससी (भाषण - भाषा विकृति विज्ञान) की पढ़ाई होगी।
