Kanpur के GSVM मेडिकल कॉलेज में मिलेगा जापानी तकनीक का इलाज…24 घंटे काम करने वाले लगेंगे उपकरण
कानपुर के जीएसवीएम में मिलेगा जापानी तकनीक का इलाज
कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में जापानी तकनीक का इलाज मिलेगा। गंभीर मरीजों का इलाज पोर्टेबल इंटेंसिव केयर यूनिट में होगा।
कानपुर, अमृत विचार। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में अब जापानी तकनीक पर आधारित इलाज रोगियों को मिल सकेगा। यहां पर गंभीर रोगियों का इलाज पोर्टेबल इंटेंसिव केयर यूनिट में किया जाएगा। जापानी तकनीक पर आधारित रेडी टू मूव इन पोर्टेबल को अस्पताल की जरूरत के हिसाब से लगाया जाएगा। सीएसआर फंड से यह पोर्टेबल आईसीयू मिलने की उम्मीद जागी है। इसमें 24 घंटे संक्रमण मुक्त इलाज की सुविधा होगी।
हैलट अस्पताल में कानपुर समेत 17 जिलों से लोग इलाज कराने को पहुंचते हैं। इसके साथ ही सड़क हादसों में गंभीर रूप से घायल लोग भी हैलट इमरजेंसी आते हैं। ऐसे में यहां पर मौजूद आईसीयू बेड अधिकांश भरे रहते है और वेटिंग भी रहती है। मरीजों को आईसीयू की दिक्कत न हो सके, इसलिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने पोर्टेबल आईसीयू के संबंध में कुछ दिन पहले दिल्ली की एक कंपनी से वार्ता की।
वार्ता के बाद जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज को दिल्ली की एक कंपनी की ओर से सीएसआर फंड से पोर्टेबल आईसीयू मिलने की उम्मीद है। अगर यह पोर्टेबल आईसीयू कॉलेज को मिलता है तो जीएसवीएम उत्तर प्रदेश में पहला राजकीय मेडिकल कालेज होगा, जहां पर जापानी तकनीक पर आधारित रेडी टू मूव आईसीयू में मरीज को 24 घंटे इलाज की सुविधा मिलेगी।
इसके साथ ही मिनी आईसीयू में प्लाजा एयर मशीन के साथ ही एयर फिल्टर भी लगे होंगे, जिससे मरीज संक्रमण मुक्त रहेंगे। प्रो. संजय काला के मुताबिक करीब एक करोड़ 20 लाख रुपये मशीनें आएगी।
24 घंटे काम करने वाले लगेंगे उपकरण
प्रो. संजय काला के मुताबिक हादसे के दौरान गंभीर मरीज के लिए पोर्टेबल आईसीयू अहम साबित होंगे। दिल्ली की एक कंपनी से पांच पोर्टेबल आईसीयू मिलने की उम्मीद है, जिसके लिए प्रयास किया जा रहा है। पोर्टेबल आईसीयू मिलने से कई मरीजों का जीवन बचाया जा सकेगा। इसमें डिफाइब्रिलेटर, मॉनीटर, वेंटिलेटर, सीपीएपी और बीपीएपी सिस्टम के साथ 24 घंटे कार्य करने वाले अत्याधुनिक उपकरण होंगे।
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