Pilibhit News:164.1 करोड़ चीनी मिलों पर बकाया, 19982 गन्ना किसान भुगतान को परेशान

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
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सांकेतिक फोटो

पीलीभीत ,अमृत विचार: सरकार की ओर से किसानों को राहत दिलाने के लिए तमाम योजनाएं संचालित की जा रही हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ दिलाने के साथ ही समय से भुगतान के दावे किए जाते हैं। मगर धरातल पर स्थिति बदलने का नाम नहीं ले रही। एलएच चीनी मिल को छोड़ अन्य तीन मिलों पर अभी भी किसानों की बड़ी  बकायेदारी  है। 

उत्तर प्रदेश सरकार में गन्ना एवं चीनी मिल राज्यमंत्री जनपद से ही हैं, ऐसे में गन्ना किसानों को समय से भुगतान की आस थी, लेकिन पूर्णतया ऐसा हो नहीं सका। अभी भी 19982 किसान अपने 164.1 करोड़ रुपये के गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर चक्कर लगाकर परेशान हैं। सर्वाधिक बकाएदारी हर साल की तरह इस बार भी बजाज चीनी मिल पर बनी हुई हैं।

जनपद में चार चीनी मिलें संचालित हो रही है। इनमें किसान अपना गन्ना बेचते हैं। पेराई सत्र 2023-24 की बात करें तो एलएच चीनी मिल में जरुर स्थिति ठीक -ठाक बनी रही, लेकिन बरखेड़ा की बजाज हिंदुस्थान चीनी मिल, पूरनपुर व बीसलपुर की दि किसान सहकारी चीनी मिलों से दिक्कत बनी रही। पूरनुपर की चीनी मिल में तो पेराई सत्र देरी से शुरू हो सका। इसके बाद शुरुआत से ही मशीनरी में खराबी आने पर किसानों को परेशान भी होना पड़ा। 

इन चार चीनी मिलों में 138537 किसान अब तक गन्ना दे चुके हैं। जिनका कुल भुगतान 654.64 करोड़ रुपये किया जाना था। मगर अभी तक  118555 किसानों को 490.54 करोड़ रुपये का ही भुगतान हो सका है। अभी भी 164.1 करोड़ रुपये का भुगतान पाने के लिए 19982 किसान चक्कर लगाकर परेशान हैं। एलएच चीनी मिल की बात करें तो 391.86 करोड़ रुपये में से 386.95 करोड़ का भुगतान किसानों को कर चुकी है।  

बरखेड़ा की बजाज हिंदुस्थान चीनी मिल 171.74 करोड़ में से सिर्फ 35.50 करोड़ का भुगतान किया है। बीसलपुर चीनी मिल ने 52.52 करोड़ में से 42.04 करोड़ जबकि बीसलपुर चीनी मिल ने 38.52 करोड़ में से 26.05 करोड़ गन्ना मूल्य भुगतान किसानों को किया है। आगे के भुगतान को लेकर भी अभी तस्वीर साफ नहीं की जा सकी है। जिम्मेदार भी सख्ती नहीं कर पा रहे हैं।

21 नवंबर तक खरीदे गन्ने का ही बरखेड़ा मिल कर सकी भुगतान
अभी तीन दिन पहले ही बरखेड़ा की बजाज हिंदुस्थान चीनी मिल में किसानों ने हंगामा किया था। उनका कहना था कि चीनी मिल बाहर से नकद में गन्ना खरीद करके उसे सेंटर का होना दर्शाकर खेल कर रही है। हालांकि मिल प्रबंधन ने इसे गलत करार दिया था। ये भी आरोप था कि मिल ने लंबे समय से कोई भुगतान नहीं किया है। यह बात सही भी है। 

विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो चीनी मिल बरखेड़ा ने 21 नवंबर 2023 तक खरीदे गए गन्ने का ही भुगतान किया है। सबसे बड़ी बकाएदारी यहीं पर है। जबकि एलएच चीनी मिल 02 फरवरी, बीसलपुर मिल 18 जनवरी और पूरनपुर मिल 13 जनवरी 2024 तक खरीदे गए गन्ने का पेमेंट कर चुकी है।

फैक्ट फाइल
- 04 चीनी मिलें संचालित हैं पीलीभीत जनपद में।
- 138537 किसानों ने दिया चीनी मिलों पर गन्ना।
- 118555 किसानों को मिलें कर चुकी भुगतान।
- 19982 किसानों को हैं गन्ना भुगतान का इंतजार।
- 164.1 करोड़ रुपये बाकी हैं चीनी मिलों पर।
- 136.24 करोड़ की सर्वाधिक बकाएदारी बजाज हिंदुस्थान बरखेड़ा मिल पर।

मिलों का भुगतान प्रतिशत में-
एलएच : 98.75
बरखेड़ा : 20.67
बीसलपुर: 80.05
पूरनपुर: 67.63

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