Kanpur: सवारियों से भरी ऑटो से टकराई तेज रफ्तार डीसीएम; दुर्घटना में एक युवक ने गवाई जान, आठ हुए घायल
कानपुर, अमृत विचार। छावनी थानाक्षेत्र में सोमवार देर रात शादी से लौट रही सवारियों से भरी ऑटो की सामने से आ रही तेज रफ्तार डीसीएम में टक्कर हो गई। हादसे में ऑटों में बैठी सवारियां घायल हो गईं। राहगीरों की मदद से उन लोगों को अस्पताल भिजवाया गया। जहां देर रात एक युवक की मौत हो गई। वहीं अन्य का उपचार करने के बाद घर भेज दिया।
कोतवाली थानाक्षेत्र के बाबा घाट सिविल लाइंस के रहने वाले 35 वर्षीय आनंद निषाद उर्फ मंगरू सब्जी का ठेला लगाकर अपने परिवार का पालन पोषण करता था। परिजनों ने बताया कि सोमवार को वह लोग शुक्लागंज स्थित पारिवारिक शादी समारोह में परिवार के साथ गए हुए थे।
इस दौरान उनके साथ पत्नी पूजा, गुनगुन, परी, ज्योति, करन, मुन्नू, सुभाष के साथ थे। साले मुन्नू ने बताया कि देर रात करीब 12 बजे वह सभी लोग ऑटो से घर लौट रहे थे। बताया कि अभी वह लोग शुक्लागंज नवीन पुल के छावनी थानाक्षेत्र के पास पहुंचे ही थे, कि सामने से तेज रफ्तार में आ रही डीसीएम ने लोडर को काटते हुए सीधे ऑटो में टक्कर मार दी।
जिससे ऑटो क्षतिग्रस्त हो गई। इस दौरान आगे चालक नाम पता अज्ञात, आनंद निषाद, व अन्य सभी लोग घायल हो गए। राहगीरों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची डायल 112 के सिपाहियों ने आनन-फानन सभी घायलों को हैलट अस्पताल पहुंचाया। जहां देर इलाज के दौरान आनंद की मौत हो गई। वहीं उसकी पत्नी पूजा का हाथ टूट गया। वहीं अन्य लोगों को भी चोटें आईं हैं। घटना के बाद परिवार में चीख पुकार मच गई। पुलिस ने मामले की जांच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
क्षमता से भरी थी ऑटो हो सकती थी बड़ी घटना
कमिश्नरेट की यातायात पुलिस लगातार लोगों को सुगम और सुरक्षित यातायात के लिए लाखों प्रयास कर रही है। इसके बावजूद भी लोग इससे बाज नहीं आ रहे हैं। हादसों में जान जाने के बाद ही लोग कुछ दिन सही चलते हैं, इसके बाद फिर से पुराने ढर्रे पर लौट आते हैं।
यातायात पुलिस लगतार टेंपो, ई रिक्शा, और लोडर चालकों को सही ढंग और संतुलति गति में क्षमता अनुसार सवारियां बैठाकर चलने के निर्देश दे रही है। इसके बाद भी लोग नहीं बाज आ रहे हैं। गंगापुल के पाास हुआ हादसा इसका गवाह है। क्षमता से अधिक ठूंस-ठूस के भरी सवारियों को बैठा कर जा रहे ऑटो डीसीएम से टकरा गया। हादसे में एक युवक की जान चली गई। घटना के दौरान अंदर चार बच्चे बैठे थे, बड़ी घटना हो सकती थी।
