Bareilly News: फिर रिश्वतखोरी... खाली प्लॉट को दे दिया स्थाई कनेक्शन
बरेली, अमृत विचार। बिजली विभाग में रिश्वतखोरी की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अफसरों के एक के बाद एक ऐसे मामलों को रफादफा किए जाने की वजह से अब नियम-कायदों की धज्जियां उड़ाकर किला सबस्टेशन के इलाके में निर्माणाधीन प्लॉट पर स्थाई कनेक्शन दे दिया गया। मामला खुलने के बाद मीटर और लाइन हटाकर इस मामले को भी रफादफा करने की कोशिश की जा रही है।
मामला किला सबस्टेशन के अधीन कमला मेंशन अपार्टमेंट के पास करीब पांच सौ वर्ग गज के एक प्लॉट का है जिस पर व्यावसायिक भवन का निर्माण किया जा रहा है। विभागीय नियमों के मुताबिक निर्माणाधीन भवन को अस्थाई कनेक्शन ही जारी किया जा सकता है। इसके अलावा कनेक्शन जारी करने से पहले साइट की चेकिंग कर कनेक्शन की फीस जमा कराई जाती है, तभी पोल से लाइन खींची जाती है। इस पूरी प्रक्रिया को नजरंदाज कर प्लॉट पर स्थाई कनेक्शन जारी कर दिया गया।
मामले ने तूल पकड़ा तो अब सबस्टेशन के अधिकारी तर्क दे रहे हैं कि प्लॉट नहीं बल्कि पास के गोदाम में कनेक्शन दिया गया है। मीटर भी प्लॉट की बगल की दीवार पर मीटर लगाया है लेकिन मीटर से लाइन प्लॉट पर ही जा रही है। किला सबस्टेशन बिजली विभाग के द्वितीय खंड में आता है। यहां के एसडीओ और जेई पर रिश्वतखोरी के आरोप पहले भी दो बार लग चुके हैं। इस पर एमडी ने जांच का आदेश दिया था लेकिन अफसरों ने दोनों मामलों को रफादफा कर दिया।
एक्सईएन बोले, मेरे लिए ये छोटे मामले
एसडीओ किला भगवान दास ने यह मामला जानकारी में आने के बाद जेई और टीजी टू से पूछताछ की थी। जेई ने सफाई दी थी कि गलती से कनेक्शन दे दिया गया है। मीटर और लाइन फौरन हटवाया जा रहा है। हालांकि अगले दिन भी मीटर और लाइन नहीं हटाई गई।
सोमवार को विभागीय कर्मचारियों ने मीटर और बिजली लाइन को उतार दिया। उधर, एक्सईएन सत्येंद्र चौहान ने यह कहकर इसे नजरंदाज कर दिया कि उनके लिए ये छोटे मामले हैं। कनेक्शन निर्माणाधीन प्लॉट में नहीं बल्कि पास के गोदाम को दिया गया है। पैसे लेकर कनेक्शन देने के आरोप पूरी तरह गलत है। - प्रदीप भारती, जेई किला
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