Fatehpur: गर्मी का बढ़ा कहर, उल्टी-दस्त व बुखार के मरीजों से अस्पताल हो रहे फुल, डॉक्टरों की सलाह- इन बातों का रखें ध्यान
फतेहपुर, अमृत विचार। समय से पहले ही तीखी गर्मी पड़ने के साथ ही अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। सर्दी, जुखाम व बुखार के मरीजों के अलावा डायरिया के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। डॉक्टर गंभीर मरीजों को वार्ड में भर्ती करने की सलाह दे रहे हैं। ओपीडी में करीब 875 पर्चे बनाए गए। जबकि वार्ड में करीब एक दर्जन मरीज भर्ती हुए।
शहर से लेकर गांव तक अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ रही है। मंगलवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की भीड़ लगी हुई थी। ईएनटी सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ आदि डाक्टरों के कक्ष में मरीजों की भीड़ रही। ओपीडी में पर्चा काउंटर पर भीड़ लगी हुई थी।
डॉक्टरों को दिखाने के लिए मरीजों को काफी इंतजार करना पड़ा। डॉ. रघुनाथ सिंह ने बताया कि गर्मी के चलते लूज मोशन के मरीज बढ़ने लगे हैं। उन्होंने करीब 10 मरीजों को वार्ड में भर्ती कराया है। बताया कि गर्मी में शरीर में पानी की कमी न होने दें।
डाक्टरों के मुताबिक इन बातों का रखें ध्यान
-खुले में बिक रहे गन्ने के जूस, कटे फल और मिठाइयों का सेवन न करें
-धूप से आकर लोग एसी में नहीं बैठे और न ही ठंडा पानी पिएं।
-फ्रिज का ज्यादा ठंडा पानी और ठंडे पेय पदार्थ का अभी सेवन न करें
-भोजन में ताजी हरी सब्जियों के साथ सलाद का सेवन ज्यादा करें।
-ऑयली स्पाइसी खाद्य वस्तुओं का सेवन कम करें।
अल्ट्रासाउंड कक्ष लगी रही मरीजों की भीड़
जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं कर्मचारियों की मनमानी के चलते बेपटरी हो गई हैं। हालत यह है कि कर्मचारी निर्धारित समय पर अस्पताल तक नहीं पहुंचते हैं। उसी का परिणाम है कि मंगलवार को मरीजों को अल्ट्रासाउंड कक्ष एवं एक्सरे कक्ष के बाहर मरीजों की खासी भीड़ जुटी रही। अपनी बारी का घंटों इंतजार करना पड़ा। वहीं एक्सरे और अल्ट्रासाउंड समेत कई कक्षों में समय से कर्मचारी नहीं दिखे।
मरीजों का कहना रहा कि एक तरफ जहां अस्पताल में गर्मी के मौसम के चलते ओपीडी में मरीजों की संख्या का प्रतिदिन इजाफा हो रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्यकर्मी अपनी मनमानी कर रहे हैं। अस्पताल की हालत यह है कि कर्मचारी निर्धारित समय पर में नहीं पहुंचते हैं, जिसके चलते मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
उसके बाद मरीजों को काफी देर तक दवा लेने के लिए इंतजार करना पड़ा। दवा कक्ष के बाहर भी लाइन लगी रहती है। स्वास्थ्य कर्मियों की मनमानी के चलते दूरदराज से आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
