बदायूं: 420 गांव की तहसील प्रशासन ने निकाली खतौनी, लेखपाल गांव में पहुंचकर लगा रहे रिपोर्ट
![बदायूं: 420 गांव की तहसील प्रशासन ने निकाली खतौनी, लेखपाल गांव में पहुंचकर लगा रहे रिपोर्ट](https://www.amritvichar.com/media/2024-04/ोपोरको.jpg)
![](https://www.amritvichar.com/media/2024-07/neha-gupta-336.jpg)
बदायूं, अमृत विचार। रियल टाइम खतौनी अपलोड करने के दौरान तमाम विसंगतियां हुईं थीं। उस दौरान तहसील में शिकायतों के अंबार लग गए थे। करीब ढाई हजार से अधिक किसानों ने अपनी शिकायतें दर्ज कराई थीं। इनमें तहसील प्रशासन द्वारा संशोधन किया जाना शुरू कर दिया है।
सदर तहसील क्षेत्र के 420 गांवों के गाटों की खतौनियों के प्रिंट निकालकर लेखपालों को दिए गए हैं। उनके द्वारा गांव-गांव पहुंचकर संशोधन करने का काम शुरू कर दिया है।
सदर तहसील के तहसीलदार ने बताया कि यूपी भूलेख पोर्टल कम समय होने की वजह से रियल टाइम खतौनी तैयार करते समय विसंगतियां हुई थीं। उनमें सुधार करना शुरू कर दिया है। बताया कि सरकार की ओर से भूलेख पोर्टल खोल दिया गया है। लेकिन सर्वर स्लो होने के कारण रियल टाइम खतौनी बनाने के लिए एक बार फिर से अंतिम तिथि बढ़ा दी गई है। बताया कि रियल टाइम खाताधारकों के नाम और अंश दर्ज करने में गलतियां दर्ज हो गई थीं। उनमें अब तक करीब 40 प्रतिशत खतौनियों में ही अंश निर्धारण हो गया है।
अंश निर्धारण में लेखपालों का छूट रहा पसीना
तहसील सदर में 420 राजस्व गांवों की खतौनियों को रियल टाइम बनाने का काम चल रहा है, जिसमें 50 से अधिक गांवों की खतौनियों को पोर्टल पर दर्ज करने का काम अधूरा है। अब अंश निर्धारण पर जोर दिया जा रहा है, लेकिन कई खतौनियों में ऐसे पेंच उलझे हैं कि उन्हें समझने में लेखपालों को पसीना आ रहा है।
रियल टाइम खतौनी तैयार करने के दौरान उनमें विसंगतियां हो गई थीं। समय कम होने के कारण खतौनी को अपलोड़ कर दिया गया था। अब फिर से भूलेख पोर्टल खोल दिया गया है। लेखपाल गांव गांव पहुंच कर उनमें अपनी रिपोर्ट लगा रहे हैं।-सुरेंद्र कुमार, तहसीलदार सदर
ये भी पढे़ं- BSP ने बदायूं लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी का नाम किया घोषित, पार्टी ने मुस्लिम खां को चुनावी मैदान में उतारा