गोरखपुर: गोरखनाथ मंदिर में फिर शुरू हुआ ‘लाइट एंड साउंड शो’
गोरखपुर, अमृत विचार। वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते लगभग सात माह बन्द रहे गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के भीम सरोवर में लाइट एंड साउंड शो फिर से शुरू हो गया है। कोरोना महामारी के चलते कई महीनों से बंद हुए शो का लोगों को काफी इंतजार था। लिहाजा श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के साथ ही …
गोरखपुर, अमृत विचार। वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते लगभग सात माह बन्द रहे गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के भीम सरोवर में लाइट एंड साउंड शो फिर से शुरू हो गया है। कोरोना महामारी के चलते कई महीनों से बंद हुए शो का लोगों को काफी इंतजार था। लिहाजा श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के साथ ही इस लेजर शो का भी आनंद लिए। यह शो प्रतिदिन चलेगा। इस शो के लिए मंदिर प्रशासन ने कोविड प्रोटोकॉल के तहत पूरी व्यवस्था की है।

बता दें कि पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पूर्वांचल के मशहूर धार्मिक स्थलों में शुमार गोरखपुर के गोरखनाथ मन्दिर में गोरखनाथ की महिमा का गुणगान करने के लिए पर्यटन विभाग और गोरखनाथ मन्दिर की ओर से लेजर लाइट शो की थीम बनाई गई थी। इस लेजर लाइट शो में महाभारत सीरियल में “मैं समय हूं” का वॉइस ओवर देने वाले हरीश भिमानी अपनी बुलंद आवाज में नाथ पंथ की आध्यात्मिक कथा सुनाते हैं। इस शो की टाइमिंग 40 मिनट की है। कथा के दौरान माहौल में आध्यात्मिक रंग भरने के लिए बैकग्राउंड म्यूजिक के तौर पर मृदंग की मधुर ध्वनि बजती है।

मंदिर का सर्वाधिक मनोरम स्थल भीम सरोवर शो का स्पॉट है। शाम ढलते ही जब भीम सरोवर के बीचों बीच से हरीश भिमानी की आवाज के साथ बाबा गोरखनाथ की 30 फीट के वाटर स्क्रीन पर झलकी तो सरोवर के साथ साथ पूरा परिसर चमक उठा। हालांकि जिन लोगों को पहले से पता था वह तो शो देखने पूरी योजना के साथ पहुंचे थे। लेकिन जिन लोगो को शो की शुरू होने की जानकारी नहीं थी और मंदिर परिसर में केवल दर्शन को ही पहुंचे थे। उनके कदम भी शो की गूंजती आवाज सुनकर सरोवर की ओर बढ़ चले। इस दौरान लोगों ने कोविड-19 पालन करते हुए पूरे शो का आनंद लिया।

इस शो की धनराशि का वहन केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार ने किया है जबकि शो की स्क्रिप्ट स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देखरेख में तैयार की गई है। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के स्वदेश दर्शन योजना के तहत मंदिर परिसर में शुरू किए गए इस शो को 300 दर्शक एक साथ बैठकर देख सकते हैं।
