Fatehpur: 'अमृत विचार' समाचार पत्र की खबर का असर: कई दशकों से सूखी पड़ी नहर में छोड़ा गया पानी, ग्रामीणों में खुशी की लहर
फतेहपुर (थरियांव), अमृत विचार। निचली गंगा नहर एक लंबा सफर तय करके किसानो की सिंचाई में मददगार साबित होने के लिए सामने आ गई है। उसी नहर की एक छोटी शाखा जो पश्चिमी इलाहाबाद शाखा की निचली गंगा नहर की छोटी नहर दशकों से सूखी पड़ी रहती थी। जिससे किसानों, अन्ना मवेशियों, पक्षियों व पशु पालकों को भीषण गर्मी में पानी की गंभीर समस्या बनी रहती थी। कई दशकों के बाद गुरूवार को नहर में पानी छोड़े जाने के बाद ग्रामीणों में खुशी की लहर है।

यह निचली गंगा नहर सखियांव डिवीजन के तहत आती है जो की मुराव, घूरीबुजुर्ग, सखियांव, मीरपुर, ब्रह्मपुर, भैरमपुर, कसमापुर, नयापुरवा, रजाबाद, नहवैया, सलेमपुर, रसूलपुर, कोल्हारिया, संवत समेत कई गांवों से गुजर कर जाती है जो कि कई दशकों से सूखी पड़ी रही, जिससे क्षेत्र का जलस्तर भी नीचे जा चुका था और तालाब सूख गए थे व हैंडपंप खराब हो चुके थे। क्षेत्र की इस गंभीर समस्या को आपके अपने दैनिक अखबार अमृत विचार ने मुद्दा बनाकर प्रकाशित किया और प्रशासन के सामने मामले को लाया गया।
बुधवार को खबर प्रकाशित होते ही गुरूवा को आला अधिकारियों ने संज्ञान में लेते हुए नहर में पानी छुड़वाया लेकिन नहर की सिल्ट सफाई न होने से नहर में पानी की रफ्तार काफी धीरे है व कुछ जगहों पर खांदी भी कट गई। फिलहाल नहर में पानी आने से किसोनों में खुशी का माहौल है। किसानों में ब्रजेश, बिंदाप्रसाद, भानू, भोला, कामता, मनोज, रिशू, विश्वनाथ, अभय, गौरव, रजनीश, संदीप, देवीशंकर समेत सैकड़ों किसानों ने खुशी व्यक्त करते हुए अमृत विचार का आभार जताया है।
