सरकारी गोदाम पर मिल रही धान के बीज पर 30 से 50 प्रतिशत की छूट
गोंडा, अमृत विचार। मौसम में परिवर्तन की आहट के साथ ही किसानों ने धान की बेड़न(नर्सरी) लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में सरकार की तरफ से कृषि गोदाम और राजकीय कृषि बीज भंडार के गोदामों पर धान के बीज उपलब्ध करा दिए गए हैं। यहां किसानों को धान के बीज पर 30 से 50 प्रतिशत की छूट मिल रही है। बुधवार को मुजेहना के राजकीय कृषि बीज भंडार के गोदाम पर धान के बीज खरीदने के लिए किसानों की भीड़ जुटी रही।
धान की खेती करने वाले किसानों के लिए जून का महीना काफी अहम होता है। ज्यादातर किसान जून महीने में धान की नर्सरी डालते हैं। करीब एक महीने बाद धान का पौधा रोपाई के लिए तैयार हो जाता है। इस समय किसान धान की नर्सरी लगाने की तैयारी कर रहे हैं। बाजार में धान के बीजों की भरमार है। निजी दुकानों पर धान के बीज 100 रुपये से 500 रुपये किलो तक बिक रहे है। किसानों को राहत देने के लिए कृषि विभाग सरकारी गोदामों पर धान के बीज उपलब्ध करा रहा है। सरकारी गोदामों पर मिलने वाले धान के बीज न सिर्फ उन्नत किस्म के हैं बल्कि इनकी पैदावार भी निजी दुकानों पर बिकने वाले धान के बीजों से बेहतर है। मुजेहना के राजकीय कृषि बीज भंडार पर 57 क्विंटल धान का बीज उपलब्ध कराया गया है। यहां से किसान आसानी से धान की नर्सरी के लिए बीज खरीद सकते हैं। यहां से धान के बीज खरीदने पर किसानों को सीधे 30 से 50 प्रतिशत तक छूट दी जा रही है।

बुधवार को गोदाम पर धान के बीज खरीदने के लिए किसानों की भीड़ जुटी रही। बीज भंडार के प्रभारी धर्मचंद वर्मा ने बताया कि 57 क्विंटल धान का बीज गोदाम पर आया है। इनमें कई किस्म के धान के बीज हैं। कृषि विभाग की साइट पर पंजीकरण कराने के बाद किसानों को रियायती दर पर धान का बीज उपलब्ध कराया जा रहा है। मौके पर ही छूट काटने के बाद किसानों को बीज दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि ब्लाक में किसान सम्मान निधि पाने वाले 40 हजार किसान पंजीकृत हैं। बीज के लिए सम्मान निधि पाने वाले किसानों को दोबारा पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं है।
गोदाम पर मिल रहे धान के बीज पर मिल रही छूट
प्रजाति का नाम मूल्य छूट (प्रतिशत में)
एचवीआर-917 67.80 38
सरजू -52 43.30 30
सी ओ- 51 43.60 50
नरेंद्र-2065 43.30 30
विधान सुरुचि 43.60 50
नरेंद्र- 9930111 43.30 50
बासमती के टक्कर की है एचवीआर - 917 प्रजाति
गोदाम प्रभारी धर्म चंद वर्मा ने बताया कि एचवीआर 917 धान की प्रजाति बासमती के टक्कर की है। इसका चावल पतला और खाने में स्वादिष्ट है। पैदावार भी दूसरी प्रजाति से कम नहीं है। बताया कि एचवीआर - 917 की पैदावार चार से पांच क्विंटल प्रति बीघा है। इसकी फसल 145-150 दिन में तैयार हो जाती है।
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