विश्व पर्यावरण दिवस: 30 साल से ऊपर के वृक्षों पर लगेगा क्यूआर कोड, बाराबंकी डीएम की मुहिम

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Published By Jagat Mishra
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बाराबंकी, अमृत विचार। विश्व पर्यावरण दिवस पर जिलाधिकारी द्वारा एक सराहनीय मुहिम की शुरुआत की गई है। इस मुहिम में जिले के वृक्षों पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा। विश्व पर्यावरण दिवस के दिन शुरु की गई इस मुहिम में वन विभाग द्वारा शहर के 12 विरासत पेड़ों को चिन्हित करते हुए उन पर क्यूआर कोड लगाया गया। इस मुहिम के तहत जिले में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। इस कंट्रोल रूम पर कोई भी व्यक्ति फोन करके 30 वर्ष से अधिक उम्र के वृक्षों की जानकारी देकर उसे विरासत वृक्ष के रूप में टैग करवा सकता है। 

डीएम सत्येंद्र कुमार ने बताया कि क्यूआर कोड के माध्यम से यहां की पब्लिक उस वृक्ष के बारे में जान पाएगी। अभी प्रथम चरण में यहां शहर और पूरे जनपद के 30 वर्ष से अधिक उम्र के पेड़ है उन्हें हम लोग साइंजेश के साथ जोड़ेंगे। इसमें एक कैंपेन शुरु हो रहा है। वहीं डीएफओ आकाशदीप बधवान ने बताया कि बढ़ते तापमान को देखते हुए प्रति आदमी के हिसाब से 122 पेड़ होने चाहिए। इस हिसाब से जितने भी हमारे 30 साल से पुराने पेड़ हैं उन्हें इस मुहिम में लिया जाएगा और उन पर एक विरासत वृक्ष के रुप में क्यूआर कोड लगाया जायेगा। डीएफओ आकाशदीप बंधवान ने आगे बताया कि स्पेशली यूथ हमारे मोबाइल बहुत यूज करते हैं, तो इस क्यूआर कोड से उन्हें सारी इनफार्मेशन मिल पाएगी।

वहीं पर्यावरण दिवस पर एक अन्य कार्यक्रम में जिला विधियक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्रीकृष्ण चन्द्र सिंह ने जिला कारागार परिसर में पौधरोपण किया। उन्होंने बताया कि भारत समेत पूरे विश्व में प्रदूषण काफी तेजी से फैल रहा है, इस वजह से हमारी प्रकृति को प्रदूषण से बचाने के लिए जागरूक करने हेतु पर्यावरण दिवस को मनाया जाता है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक कुंदन कुमार जेलर आलोक शुक्ला आदि मौजूद रहे। वहीं टीम पर्यावरण प्रहरी के सदस्य डीके शुक्ला,जिला कार्यवाह सुधीर तिवारी, रामलल्लन,लवलेश पांडेय आदि लोगों ने सतरिख क्षेत्र के सराय अकाबराबाद गांव समीप रेठ नदी के किनारे खाली पड़ी भूमि पर आंवला, बेल, नीम, आम, अमरुद ,आदि फलदार एवं औषधीय पौधे रोपित किए तथा पौधों को रोपित करने के उपरांत उन्हें सुरक्षित भी किया गया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष जुलाई माह में टीम पर्यावरण प्रहरी द्वारा जिले में 2000 नि:शुल्क पौधे सुरक्षित स्थानों पर रोपति किए जाएंगे। इसी तरह कपिल मुनि योगाश्रम शिव मंदिर पल्हरी में बेसिक उत्थान एवं ग्रामीण सेवा संस्थान के संयोजन में पर्यावरण संरक्षण संगोष्ठी हुई। सभी को फलदार पौधे वितरित किये गए और पौधों को रोपित कराया गया। जिला उद्यान अधिकारी महेश श्रीवास्तव द्वारा पौधों की व्यवस्था कराई गई। इस मौके पर राम औतार, अमरेश बहादुर आदि मौजूद रहे।

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तहसील क्षेत्रों में हुए आयोजन
रामसनेहीघाट क्षेत्र के नारायणपुर नर्सरी पर आयोजित एक गोष्ठी में मुख्य अतिथि जिला परियोजना अधिकारी नमामि गंंगे के दिवाकर ने वृक्षों के उपयोगिता के बारे में प्रकाश डाला और कहा कि अपने-अपने जन्मदिन पर कम से कम एक पौधा जरुर लगाये और वृक्षों के साथ में नदियों की भी सुरक्षा स्वयं करें। बताया कि रामसनेहीघाट वन क्षेत्र के अंतर्गत कमियार वन में 81 हेक्टेयर की जमीन पड़ी है। जिसमें इस बार पौधरोपण के दौरान 1,29,600 पौधे लगेंगे।  कार्यक्रम में आसिफ ,जगजीवन , ओपी यादव ,ऋषभ शर्मा, प्रवीण आदि मौजूद रहे। वहीं  रामनगर के ग्राम पंचायत लोधौरा के बखारेपुरवा स्थित साई मंदिर परिसर में पाैधरोपण के दौरान डीएफओ आकाश बधावन ने कहा कि मानव जीवन में पेड़ पौधों का बहुत महत्व है पेड़ मनुष्यों को ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, कार्बन का भंडारण करते हैं, मिट्टी को स्थिर करते हैं और दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के जीवों का समर्थन करते हैं। उन्होंने मौके पर मौजूद लोगों को ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने को प्रेरित भी किया। वहीं तहसील क्षेत्र हैदरगढ़ अंतर्गत  सदर नर्सरी पर गोष्ठी का आयोजन हुआ। वन क्षेत्राधिकारी राकेश तिवारी ने कहा कि पेड़ पौधों के बिना मानव जीवन संभव ही नहीं है, क्योंकि पेड़ पौधों से ही हमे अक्सीजन मिलती है इसके अलावा उसकी लकड़ी को ईंधन व अन्य जरूरतों के रूप में भी उपयोग किया जाता है। इस मौके पर वन दरोगा अनुज सिंह के साथ परिसर में विभिन्न प्रजाति के पौधे भी रोपित किए और धरा को हरा भरा रखने का संदेश दिया। डिप्टी रेंजर उमेश, अभय,सुमित  शैलेंद्र, रामविलास , राहुल मौजूद रहे।

अफसरों ने किया पौधारोपण
हरख ब्लाॅक के वन क्षेत्र अधिकारी कार्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विभाग के अफसर के द्वारा  पौधारोपण किया गया। वन क्षेत्र अधिकारी प्रदीप कुमार सिंह ने अपनी टीम के कार्यालय परिसर में आम, नीम, आवाला का पौधा रोपण किया है उसके बाद गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 1972 में स्टॉकहोम कोंफ्रेस के दौरान 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस घोषित किया था। इस मौके पर वन दरोगा  सचिन पटेल, रामदेव, वनरक्षक  सीमा गौड़,  अनिल कुमार आदि लोग मौजूद थे।

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