Unnao: कोर्ट के आदेश पर कब्र खोद निकाला गया किशोरी का शव, हुआ पोस्टमार्टम, पुलिस पर लगे थे गंभीर आरोप
उन्नाव, अमृत विचार। उन्नाव अंतर्गत माखी थानाक्षेत्र के एक गांव में 17 वर्षीय किशोरी की करीब तीन माह पहले संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। पंचनामा की कार्रवाई के बाद शव को बिना पोस्टमार्टम कराए परिजनों ने गांव के खेत में दफन कर दिया था। मां ने बेटी से गैंग रेप के बाद उसकी हत्या किये जाने की बात कह माखी पुलिस पर गंभीर आरोप लगा कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
इसके बाद एसडीएम व सीओ की मौजूदगी में शव खुदवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। डाक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच शव का परीक्षण किया। समय अधिक होने व शव के गलने के कारण सही कारण स्पष्ट नहीं हो सका। इसके बाद बिसरा सुरक्षित कर रेप की आशंका की वजह से स्लाइड बनाई गई है।
बता दें कि माखी थानाक्षेत्र के एक गांव में बीती 13 मार्च को एक 17 वर्षीय किशोरी का शव घर के बरामदे में दुपट्टे के फंदे से लटका मिला था। परिजनों ने पुलिस के कहने के बाद भी आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगा पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया था। परिजनों ने उसका शव गांव के भर खेत में दफन कर दिया गया था। दिवंगत किशोरी की मां ने बताया कि उसने डीएम व एसपी ने भी गुहार लगाई थी लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
इस पर सीजेएम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जिसमें उसने बताया कि घटना वाले दिन उसकी नाबालिग बेटी घर पर अकेली थी। इसका पता गांव में अपनी ननिहाल में रह रहे अचलगंज थानाक्षेत्र के रिठनई गांव निवासी अनीत, उसके भाई विनीत, फदलापुर गांव निवासी उसका मौसेरा भाई संदीप व अन्य रिश्तेदार पप्पू और रामजी ने बेटी से सामूहिक दुष्कर्म किया और शव बरामदे में दुपट्टे के सहारे लटका दिया था।
पुलिस ने पंचनामा भर बिना पोस्टमार्टम कराए शव दफन करवा दिया था। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने 23 अप्रैल को सभी पर रिपोर्ट दर्ज करने के साथ शव का पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया था। 17 मई को पुलिस ने पांचों पर हत्या, सामूहिक दुष्कर्म, घर में घुसकर मारपीट और धमकी देने की धारा में रिपोर्ट दर्ज की थी।
संयुक्त विशेष अभियोजन रामकिशोर पांडेय, सफीपुर एसडीएम नवीनचंद्र, सीओ ऋषिकांत शुक्ला की मौजूदगी में मजदूरों व जेसीबी की मदद से शव कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा। पैनल में शामिल डा. अमित श्रीवास्तव व डा. शोएब निसार ने वीडियो ग्राफी के बीच पोस्टमार्टम किया।
मौत कारण और दुष्कर्म होने की पुष्टि न होने पर विसरा सुरक्षित करने के साथ सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि के लिए स्लाइड बनाई गई है। सीओ ऋषिकांत शुक्ला ने बताया कि शव का पैनल और वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम कराया गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
