बदायूं: हेलो, मैं इंस्पेक्टर अरुण बोल रहा हूं, दुष्कर्म में फंसे बेटे को बचाने को 40 हजार रुपये दो

बिसौली निवासी दो शिक्षकों के पास आए फोन, उनके बेटों के दुष्कर्म के आरोप से बचाने को मांगे रुपये

बदायूं: हेलो, मैं इंस्पेक्टर अरुण बोल रहा हूं, दुष्कर्म में फंसे बेटे को बचाने को 40 हजार रुपये दो

बिसौली, अमृत विचार। हेलो, मैं इंस्पेक्टर अरुण बोल रहा हूं। तुम्हारा बेटा दुष्कर्म के केस में फंस गया है। ऐसा एक फोन बिसौली निवासी व्यक्ति के पास आया। फोन आने के बाद पूरा परिवार परेशान हो गया। बाद में जानकारी करने पर पता चला कि उनके बेटे को दुष्कर्म में फंसने की बात कहकर उनके साथ ठगी की कोशिश की गई थी। 

नगर बिसौली निवासी मई बसई स्थित रामशरण वैद्य आदर्श इंटर कॉलेज में शिक्षक राकेश कुमार शर्मा शिक्षक हैं। उनका बेटा बैंक मैनेजर शास्वत पाठक है। किसी ने राकेश कुमार को फोन किया। फोन करने वाले व्यक्ति की सोशल साइट की डीपी पर पुलिस के अधिकारी का फोटो लगा था। उसने राकेश कुमार शर्मा से कहा कि वह इंस्पेक्टर बोल रहा है। तुम्हारा बेटा दुष्कर्म के केस में फंस गया है।

अगर बेटे को बचाना चाहते हो तो उसके मोबाइल नंबर पर 40 हजार रुपये भेज दो। राकेश कुमार शर्मा हथप्रभ रह गए। वह रुपयों का इंतजाम में जुट गए। इसी दौरान उनके छोटे भाई राजकुमार शर्मा को जानकारी हुई। उन्हें ठगी की कोशिश अहसास हुआ तो उन्होंने बड़े भाई को फोन करने वाले व्यक्ति के नंबर पर फोन किया और हड़काया। खुद को इंस्पेक्टर बताने वाले व्यक्ति ने फोन काट दिया।

इसी कस्बा की बद्री प्रसाद कॉलोनी निवासी शिक्षक प्रवीण मिश्रा के पास भी ठग का फोन आया। कहा कि एमबीबीएस कर रहा उनका बेटा सारांश मिश्रा दुष्कर्म के आरोप में पकड़ा गया है। उसने भी प्रवीण मिश्रा से उनके बेटे को छोड़ने के लिए रुपयों की मांग की। परिजनों ने नंबर चेक किया तो वह नंबर पाकिस्तान निवासी शाह आलम के नाम पर निकला। पीड़ितों ने पुलिस को सूचना दी है।

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