बरेली: हेपेटाइटिस के मरीजों को लखनऊ और दिल्ली की नहीं लगानी पड़ेगी दौड़, अब जिला अस्पताल में होगी वायरल लोड की जांच
बरेली, अमृत विचार। अब हेपेटाइटिस के मरीजों को वायरल लोड की जांच के लिए लखनऊ और दिल्ली की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। जिला अस्पताल में ही मरीजों की जांच होगी। इसके लिए शासन ने ट्रूनेट मशीन उपलब्ध करा दी है।
दरअसल, दो माह पूर्व वायरल लोड की जांच के लिए अस्पताल प्रबंधन ने शासन को प्रस्ताव भेजकर मशीन उपलब्ध कराने की मांग की थी। इसपर शासन ने 6 जून को ट्रूनेट मशीन भेज दी। मशीन को अस्पताल के रोड पार वाले भवन में बीएसएल टू लैब में इंस्टाल करने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। एडीएसआईसी डॉ. अलका शर्मा के अनुसार अगले सप्ताह से मरीजों की जांच शुरू हो जाएगी। वायरल लोड की जांच से पता चलता है कि मरीज को हेपेटाइटिस बी है या सी।
ओपीडी में 60 से 70 लोग हेपेटाइटिस से ग्रसित मिल रहे
जिला अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार ओपीडी में हर माह 60 से 70 लोग हेपेटाइटिस से ग्रसित मिल रहे हैं। 1200 से अधिक हेपेटाइटिस ग्रसित मरीज जिले में पंजीकृत हैं। जिनका इलाज चल रहा है। हेपेटाइटिस बी की तुलना में हेपेटाइटिस सी के मरीजों की संख्या अधिक है।
हेपेटाइटिस होने के कारण
दूषित खाना और पानी का सेवन करने, अधिक शराब पीने, संक्रमित खून के चढ़ने और असुरक्षित यौन संबंध से भी हेपेटाइटिस बी हो सकती है। ज्यादा दवाइयों के सेवन से भी लिवर में सूजन आने लगती है। इससे भी हेपेटाइटिस का खतरा बढ़ जाता।
ये भी पढे़ं- Bareilly News: 21 बिंदुओं पर होगी परिषदीय और कस्तूरबा स्कूलों की रैंकिंग
