उन्नाव जंक्शन अब बनेगा अमृत स्टेशन, ध्वस्तीकरण शुरू, स्थानीय स्तर पर अधिकारी नहीं बना रहे कैंप कार्यालय
गति नहीं पकड़ पा रहा है ध्वस्तीकरण व निर्माण कार्य
उन्नाव, अमृत विचार। उन्नाव जंक्शन को अमृत स्टेशन बनाने का काम शुरू होने से अब इसके आधुनिकीकरण की उम्मीदें बढ़ गई हैं। विभाग द्वारा इसके लिये ध्वस्तीकरण का काम भी शुरू करवा दिया गया है। हालांकि, इस योजना का लखनऊ में बैठकर ही अधिकारी क्रियान्वयन करा रहे हैं। जिससे काम तेजी नहीं पकड़ पा रहा है।
निर्माण से पहले ध्वस्तीकरण तो शुरू हुआ है लेकिन, किस्तों में स्टाफ क्वार्टर गिराए जा रहे हैं। इसके बाद प्लेटफार्म-एक पर संचालित आरपीएफ बैरक व इलेक्ट्रीशियन कक्ष ध्वस्त होंगे। अंत में मुख्य भवन को नया लुक देने के लिहाज से आवश्यकतानुसार तोड़फोड़ की जाएगी।
बता दें पिछले साल अमृत योजना की आधारशिला रखी गई थी। रेल मंत्रालय की वरीयता में अयोध्या सहित उसी रूट के अन्य स्टेशनों को विकसित बनाना शामिल था, जिससे इधर कोई तवज्जो नहीं दी गई। पिछले माह मुख्य परियोजना प्रबंधक गति शक्ति द्वारा अपनी टीम के साथ यहां निरीक्षण किया था। इसके बाद अब स्टेशन परिसर के पास बने आवासीय भवनों का ध्वस्तीकरण किया जा चुका है।
साथ ही आरपीएफ बैरक से लेकर पूछतांछ कार्यालय के पीछे तक बिछाई गई इंटरलाकिंग को भी उखाड़ दिया गया है। कुछ आवासीय भवन सहित स्वच्छता स्टोर व आरक्षण केंद्र (टिकट घर) को ध्वस्त किया जाना बाकी है। माना जा रहा है कि टिकट बिक्री जारी रखते हुए अमृत स्टेशन का नवनिर्माण करने के लिए पहले नया आरक्षण केंद्र बनाकर तैयार करने के बाद भी ध्वस्तीकरण किया जा सकता है। इसी तरह आरपीएफ बैरक व इलेक्ट्रिशियन कक्ष की छतों को भी गिराया जा सकता है।
इसके अलावा प्लेटफार्म नंबर एक पर बने प्रथम श्रेणी प्रतीक्षालय सहित कुछ अन्य पुराने बने कक्षों की छतें भी बारिश में टपकती है। इसलिए इन्हें भी ध्वस्तीकरण की जद में लिया जाएगा। स्टाफ सहित अन्य लोग खुलकर बोलने के बजाए दबी जबान स्थानीय स्तर पर कैंप किए बिना निर्माण कार्य की सही मानीटरिंग न होने की बात स्वीकार करते हैं।
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