बिजनौर: नकटा नदी में बही वन विभाग की गाड़ी, अधिकारियों ने कूदकर बचाई जान

महिला वन रक्षक व चालक की अटकीं रहीं सांसें, वीडियो बनने से गहराया शक

बिजनौर: नकटा नदी में बही वन विभाग की गाड़ी, अधिकारियों ने कूदकर बचाई जान

बढ़ापुर (बिजनौर), अमृत विचार। बढ़ापुर क्षेत्र में मालन कोटावाली नकटा नदी में शनिवार सुबह उत्तराखंड वन विभाग की पाखरों रेंज के अधिकारियों की गाड़ी बह गई। पानी के तेज बहाव के बीच अधिकारियों ने कूदकर अपनी जान बचाई। घटनास्थल से करीब 200 मीटर दूर पुल के पास जेसीबी से गाड़ी को नदी से बाहर निकाला गया।

जानकारी के अनुसार शनिवार को उत्तराखंड वन विभाग के अधिकारियों की कार मोहल्ला भजड़ावाला के पश्चिमी दिशा में नदी के पानी के बहाव के साथ रेत में फंस गई। नकटा नदी का जलस्तर बढ़ने से गाड़ी पानी में डूब गई। गनीमत रही कि जिस समय गाड़ी पानी मे डूबी गाड़ी में सवार सभी अधिकारी व कर्मचारी सकुशल बाहर निकल गए।

प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो गाड़ी में सवार एक महिला मौके पर मौजूद लोगों से वीडियो बनाने से भी मना कर रही थी। इस कारण लोगों को महिला व गाड़ी में सवार लोगों पर शक हो रहा था। हालांकि गाड़ी चालक राजेश उत्तराखंड वन विभाग में संविदा कर्मचारी है। उसके साथ बबलू व एक अन्य युवक के साथ एक महिला गाड़ी में सवार थी। गाड़ी पानी मे डूबने के बाद घंटों तक लोगों ने उसे निकालने का प्रयास किया। बाद में जेसीबी से गाड़ी को बाहर निकाला गया। गाड़ी बाहर निकलने पर कर्मचारियों ने राहत की सांस तो ली। उधर, गाड़ी में सवार महिला के बारे में जानकारी लेने पर चालक राजेश बिफर गया। बाद में महिला को रेंज में तैनात वन रक्षक बताया।

पाखरों रेंज के रेंजर विकास रावत ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नही है। गाड़ी में सवार महिला उनकी रेंज में वन रक्षक के पद पर तैनात है। छुट्टी में अपने घर जाने के लिए कह रही थीं। कोटद्वार मार्ग बंद होने के कारण शायद बढ़ापुर पहुंचने के लिए सरकारी गाड़ी ले गए। मामले की जांच की जाएगी।

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