एक हजार करोड़ की जमीन पर कब्जे का प्रयास...Kanpur प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित भेजे गए जेल, घर में 10 थानों की फोर्स ने मारा छापा

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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सिविल लाइंस स्थित हडर्ड चौराहे के पास है जमीन, काफी समय से चल रहा विवाद, देर रात तक चला हंगामा

कानपुर, अमृत विचार। रविवार को शहर के पॉश इलाके सिविल लाइंस में नजूल की बेशकीमती जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा करने का प्रयास किया। जब मामला अफसरों तक पहुंचा तो जिलाधिकारी की तरफ से एसडीएम समेत अन्य लोगों को कार्रवाई के निर्देश दिए गए। मामले में लेखपाल ने वादी बनकर मीडिया कर्मी समेत 33 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

देर रात कोतवाली पुलिस मीडिया कर्मी और उसके एक साथी को हिरासत में ले लिया। वहीं इस मामले में लेखपाल के अलावा दूसरे गुट की महिला की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई है। सोमवार तड़के पांच बजे पुलिस ने आरोपी अवनीश दीक्षित को जेल भेज दिया। इधर, देर शाम करीब 10 थानों की फोर्स ने अवनीश के किदवई नगर स्थित घर में छापा मारा।

हडर्ड चौराहे के पास एक जमीन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है। इसी जमीन पर कब्जा करने के लिए मीडिया कर्मी समेत उनके साथी रविवार को जमीन पर पहुंच गए। वहां पर कमरों में ताला मारने के साथ ही विवाद हो गया। तहसील सदर में तैनात लेखपाल विपिन कुमार ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

लेखपाल की तहरीर के अनुसार उसके क्षेत्र में नजूल भूखंडों (ब्लॉक-15, भूखंड सं-69, 69ए 69बी) पर रविवार को सुबह 10:15 के आस-पास, हरेन्द्र मसीह, राहुल वर्मा, मौरिस एरियल, कमला एरियल, अभिषेक एरियल व अर्पण एरियल के उकसाने पर अवनीश दीक्षित, जीतेश झां, मोहित बाजपेयी, सन्दीप, विक्की चार्ल्स, अब्बास, जितेन्द्र व 20 अन्य व्यक्तियों ने बलपूर्वक अनाधिकृत कब्जा करने का प्रयास किया। आरोपियों ने वहां पर लगे सीसी टीवी कैमरे के डीबीआर को भी निकाल लिया और उसे लेकर भाग निकले। 
डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि जमीन आजादी से पहले 1810 में उस समय वूमंस यूनियन मिशनरी को 99 साल के पट्टे पर दी गई थी।

उसके बाद यह यूनाइटेड फॉलोशिप ऑफ क्रिशियन सर्विस को लीज पर दी गई। डीसीपी के अनुसार इसमें एक गुट इमेनुअल और एक सैमुअल का है जिनके बीच जमीन के कब्जेदारी को लेकर विवाद हुआ। जो कि इन दोनों गुटों के लोगों के बीच चल रहा है। इसी में झांसी का एक ईसाई समुदाय का रहीस हरेंदर मसीह शामिल है। उसने जमीन की पावर ऑफ एटर्नी मीडिया कर्मी अवनीश दीक्षित के नाम लिख दी।

अवनीश ने इसका केयरटेकर जीतेश झा को बना दिया। उसी की आड़ में अवनीश दीक्षित समेत अन्य लोग कब्जा लेने पहुंच गए। सैमुअल से पुलिस ने बात की तो उन्होंने कहा कि वह प्रार्थना कराकर चले गए थे। डीसीपी ने बताया कि अवनीश दीक्षित और उसके साथियों ने गेटमैन को बंधक बनाया। कैमरों का डीवीआर का पता लगाया। उसे निकालकर अपने कब्जे में ले लिया।

जिस महिला से जमीन कब्जाने के दौरान विवाद हुआ उन्होंने अवनीश दीक्षित समेत सभी आरोपियों के खिलाफ धमकाने, तोड़फोड़ सम्पत्ति में जबरन घुसने और अवैध वसूली की धारा में एफआईआर दर्ज कराई है। डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि महिला की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। डीसीपी के अनुसार दोनों एफआईआर की विवेचना इंस्पेक्टर कोतवाली को सौंपी गई है।

लाइट कटवाई और पीएसी बुलाई 

कोतवाली में जैसे ही शहर भर के मीडिया कर्मियों का हुजूम उमड़ा तो सर्किल के फोर्स के साथ मौके पर पीएसी बुला ली गई। आरोप लगाया गया है, कि पुलिस ने उन लोगों से निपटने के लिए कोतवाली समेत क्षेत्र की लाइट कटवा दी। आरोप लगाया कि उनके साथ मारपीट की गई जिसका कमिश्नरेट पुलिस ने खंडन कर दिया।

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