बरेली: घर के अंदर 100 किलो से ज्यादा बारूद होने की आशंका, विस्फोट से हुई भारी तबाही

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Published By Vishal Singh
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ताश के पत्तों की तरह बिखरे रहमान और रुखसार के मकान, मस्जिद के शीशे भी टूटे

बरेली, अमृत विचार: कल्याणपुर गांव में रहमान शाह के मकान में करीब 15 दिन से अवैध रूप से पटाखे बनाए जाने की बात कही जा रही है। बुधवार को हुए भीषण धमाकों और उनसे हुई तबाही देखकर अनुमान लगाया जा रहा कि रहमान शाह के मकान में सौ किलो से ज्यादा ही बारूद रखी होगी। इसी कारण जब पहला विस्फोट हुआ तो रहमान के घर की छत हवा में उड़ गई और कुछ ही मिनटों में पूरा मकान मलबा बन गया। बराबर में रुखसार के घर भी पूरी तरह ढह गया। अलग-बगल बाबू शाह, इकरार खान और डॉ मो. अहमद के मकान भी लगभग पूरी तरह तबाह हो गए।

घटनास्थल पर बिखरा मलबा करीब एक हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में तबाही की दास्तां बता रहा है। पटाखों के धमाकों ने सिर्फ पांच मकानों को ही तबाह नहीं किया, बल्कि पास में स्थित मस्जिद के शीशे टूट गए। पांच-छह और मकानों की दीवारें चटक गईं। हालांकि धमाकों से लोग इतने दहशत में आ गए कि अपने घरों में हुए नुकसान के बारे में बताने से कतराते रहे। 

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रहमान के घर से पहले छोटे पटाखों की आवाज सुनाई दी। इससे पहले लोग कुछ समझ पाते, इतनी तेज धमाका हुआ कि रहमान के मकान की छत हवा में उड़ गई, फिर पूरा मकान धराशायी हो गया। इस धमाके की गूंज घटनास्थल से करीब दो किलोमीटर दूर तक पहुंची तो लोग दहशत में आ गए। गांव के कई लोगों ने बताया कि तेज धमाके से ऐसा लगा कि किसी ने बम गिरा दिया है। आसमान में करीब 25 फुट ऊंचा सफेद धुएं का गुबार काफी देर तक बना रहा। काफी देर के बाद लोगों को समझ आया कि अवैध पटाखों में जबर्दस्त विस्फोट हुआ है।

तो निष्क्रिय हो गया है पुलिस प्रशासन का नेटवर्क
विस्फोट के मामले में पुलिस प्रशासन का नेटवर्क इतना निष्क्रिय साबित हुआ है कि पिछले 15 दिनों से पटाखों को बनाने के बाद रहमान के मकान की छत पर उन्हें सुखाया जा रहा था, लेकिन पुलिस को गांव से इसकी जानकारी तक नहीं लगी। विस्फोट के बाद पुलिस ने छत पर सुखाए जा रहे करीब पांच से छह पेटी पटाखों को जब्त किया है। ये पटाखे छत उड़ने के साथ उसी पर रखे रहे।
अनुमान, किसी बच्चे के पटाखा जलाने से हुआ विस्फोट

घायल रहमान के मकान के आसपास के लोगों ने आशंका जताई है कि पटाखों में विस्फोट किसी बच्चे के पटाखा जलाने के कारण हुआ है। क्योंकि, पहले पट-पट पटाखों की आवाज सुनाई दी थी। ऐसा लगा कि एक चिंगारी पहले बने पटाखों पर गिरी और बारूद हाेने की वजह से आग पकड़ ली और तेज धमाका हो गया।

महिलाएं बना रही थीं पटाखे, नहीं थे रहमान का बेटा और दामाद
रहमान की बेटी और नाजिम की पत्नी फातिमा और उसके बेटे वाहिद की पत्नी और पड़ोस की महिलाएं दिन में पटाखे बना रही थीं। बताया जा रहा है कि विस्फोट के समय वाहिद, नाजिम और उसका भाई घर में नहीं थे। इस वजह से ये लोग बच गए। पुलिस इन तीनों को ढूंढ रही है। गांव के लोगों ने विस्फोट के बाद वाहिद और नाजिम को गांव के बाहर देखा था। वह घटनास्थल पर पकड़े जाने के डर से नहीं आए थे।

फील्ड यूनिट ने घटनास्थल पर सबूत जुटाए
विस्फोट की सूचना मिलने पर सबसे पहले सिरौली, बिशारतगंज और अलीगंज थानों की पुलिस पहुंची और विस्फोट वाले क्षेत्र में रेस्क्यू आपरेशन शुरू कर दिया, कुछ देर के बाद एसडीआरएफ की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई। डॉग स्क्वॉड और फील्ड यूनिट भी बुला ली गई। फील्ड यूनिट ने विस्फोट से जो जगह ज्यादा काली पड़ गई थी या जिस जगह बारूद के कण मिले, उस जगह से सबूत एकत्र किए।

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