HIV से रिश्तों में पड़ी दरार! झूठ बोलकर कर ली शादी, फिर पार्टनर भी हुआ संक्रमित, बरेली में तीन मामलों ने डराया
बरेली, अमृत विचार: एचआईवी संक्रमित होने के बाद भी कुछ लोग बीमारी छिपाकर शादी कर रहे हैं। न केवल अपने साथी को धोखा दे रहे हैं बल्कि उसकी जिंदगी भी खतरे में डाल रहे हैं। पिछले छह महीने में ऐसे तीन मामले जिला महिला अस्पताल स्थित प्रीवेंशन ऑफ पेरेंट्स टू चाइल्ड ट्रांसमिशन सेंटर (पीपीसीटीसी) पर पहुंचे हैं।
काउंसलिंग में पता चला कि संक्रमित ने बीमारी की बात छिपाकर शादी की। बाद में उसका जीवन साथी भी बीमारी की चपेट में आ गया। ऐसे मामलों को डिस्कोरडेंट यानी एक पॉजिटिव और एक निगेटिव कहा जाता है। सेंटर पर प्रसव पूर्व गर्भवतियों की एचआईवी जांच भी की जाती है। आंकड़ों के अनुसार हर साल जिले में करीब 35 लोग एचआईवी से ग्रसित मिल रहे हैं।
हर साल मंडल में बढ़ रहा मरीजों की आंकड़ा
वर्ष 2012 में जिला अस्पताल में शासन के आदेश पर एआरटी ( एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी सेंटर) स्थापित किया गया था। जहां मंडल भर के मरीजों की काउंसिलिंग की जाती है। साथ ही सर्विलांस कर उन्हें इलाज उपलब्ध कराया जाता है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार साल दर साल मंडल में एचआईवी ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वर्ष 2020 में मंडल में 385, 2021 में 418, 2022 में 536, 2023 में 602, वर्ष 2024 में अब तक 633 मरीज एचआईवी से ग्रसित मिले हैं। इन मरीजों में 292 बच्चे भी शामिल हैं।
केस1: रिश्ता टूटने के डर से नहीं बताई बीमारी
शहर निवासी एक महिला की शादी के कुछ समय बाद पति की मौत हो गई। महिला की तबियत बिगड़ी तो उसने पीपीसीटीसी केंद्र पर जांच कराई तो वह एचआईवी संक्रमित पाई गई। महिला की उम्र कम थी। परिजनों ने दूसरी शादी कराने का निर्णय लिया। महिला ने एचआईवी संक्रमित होने की बात परिजनों से छिपाई। दूसरी शादी कर ली। रिश्ता टूटने के डर से ये बात पति को भी नहीं बताई। अब पति भी एचआईवी से ग्रसित है। दोनों का इलाज केंद्र पर चल रहा है।
केस 2: पहली शादी में पति ने बीमारी छिपाई, दूसरी शादी में उसने
तीन माह पहले शहर निवासी एक महिला ने पीपीसीटीसी केंद्र पर जांच कराई। जांच में वह एचआईवी संक्रमित मिली। काउंसलिंग में उसने बताया कि संक्रमण उसे पहले पति से मिला। शादी के बाद पति की अलमारी में रखी रिपोर्ट देखने पर उसे इसकी जानकारी हुई थी। जब उसने दूसरी शादी की तो यह बात पति को नहीं बताई। हालांकि, काउंसिलिंग के दौरान उसे ये बताया कि पार्टनर को ये बात बताते हुए उसकी जांच जरूर कराएं।
जीवन भर का है साथ, शादी से पहले जरूरी कराएं जांच
जिला अस्पताल स्थित एआरटी सेंटर के मनोज वर्मा ने बताया कि जिस प्रकार शादी से पहले दोनों पक्ष एक दूसरे के बारे में छानबीन करते हैं, इससे अधिक जरूरी ये है कि दोनों पक्ष रिश्ते के बंधन में बंधने से पहले एचआईवी की जांच अवश्य कराएं। इससे एक नहीं दो जिंदगी को गंभीर संक्रमण से बचाया जा सकता है।
ऐसे करें बचाव
एचआईवी से बचने के लिए शारीरिक संबंध बनाते समय कंडोम का इस्तेमाल करें, साफ और नई सुई को प्रयोग करें, संक्रमित व्यक्ति का रक्त न चढ़वाएं आदि।
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