बरेली: बेटे ने ही कराई पिता की हत्या की साजिश, प्रेमिका के बेटे के नाम जमीन जाने का था डर

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
On

बरेली/सीबीगंज, अमृत विचार। गांव पस्तौर में लीलाधर पर जानलेवा हमला उसके बेटे राकेश ने अपने तहेरे भाइयों से कराया था। बेटे ने पिता की हत्या के लिए 30 हजार रुपये की सुपारी दी थी। बेटे को डर है कि उसके पिता अपनी प्रेमिका के बेटे के नाम जमीन न कर दें। थाना सीबीगंज पुलिस ने दोनों आरोपी तहेरे भाइयों राजेश और छोटे को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।

गांव पस्तौर निवासी लीलाधर (58) 18 फरवरी की रात घर के पास बनी बैठक में सो रहे थे। अचानक उनपर दो लोगों ने हमला कर दिया था और तमंचे से गोली मारने की कोशिश की थी लेकिन छीना झपटी में तमंचे से कारतूस नीचे गिर गया था। इसके बाद चाकू से हमला किया था। दोनों को पड़ोस में रहने वाली लीलाधर की प्रेमिका के पति ने देख लिया था।

लीलाधर के मौसेरे भाई नत्थू लाल ने दो अज्ञात के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कराया था। लीलाधर से उसकी प्रेमिका का पति भी रंजिश मानता था, इसलिए उसने दोनों के नाम नहीं बताए। देर शाम लीलाधर के बेटे राकेश ने अपने दोनों तहेरे भाइयों को फंसता देख अपने पिता की प्रेमिका के पति पर हत्या की कोशिश का आरोप लगाया था। जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पूरा मामला खुल गया। पुलिस राकेश की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।

जमीन गंवाने के डर से पिता को हटाने का बनाया मन
इंस्पेक्टर सीबीगंज सुरेश चंद्र गौतम ने बताया कि लीलाधर का राकेश इकलौता बेटा है। उसके पिता के पड़ोस की ही एक महिला से अवैध संबंध है। उनसे उनका एक बेटा भी है। उसके पिता के पास 25 बीघा जमीन है और वह पूरा खर्च अपनी प्रेमिका के घरवालों पर करता है। राकेश को डर था कि कहीं उसके पिता अपनी प्रेमिका के बेटे के नाम आधी जमीन न कर दें।

इसके लिए राकेश ने 16 फरवरी को अपने तहेरे भाइयों राजेश और छोटे को पिता की हत्या करने के लिए 30 हजार रुपये में सुपारी दे दी। राकेश ने पहले जाकर देखा कि उसके पिता अकेले सो रहे हैं और दरवाजा भी खुला है। जिसके बाद उसने तहेरे भाइयों को मौके पर भेज दिया। जल्दबाजी में राजेश की लाल रंग की चप्पल मौके पर ही छूट गई थी।

प्रेमिका का पति दोनों को फंसता देख चुप रहा लेकिन राकेश ने भाइयों को फंसता देख प्रेमिका के पति पर पिता पर हमला करने का आरोप लगाया। पूछताछ में घटना का खुलासा होते देख उसने समझौते की बात कही तो शक गहरा गया और पूरा मामला खुल गया।

ये भी पढ़ें- बरेली: आईजीआरएस पर शिकायतों का निस्तारण कागजों में, असंतुष्टों की संख्या बढ़ी

संबंधित समाचार