मुरादाबाद : चांद दिखते ही अल्लाह की बारगाह में झुके सिर, तड़के उठकर रखा रोजा

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Published By Bhawna
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महानगर की सभी मस्जिदों व अन्य स्थानों पर पढ़ी गई तरावीह, तड़के उठकर रखा रोजा

मुरादाबाद, अमृत विचार। शनिवार की शाम मुकद्दस रमजान के चांद का दीदार हो गया। चांद के दीदार के साथ ही लोगों ने अल्लाह से पूरे माह के रोजे रखने और मुल्क की तरक्की के लिए दुआ मांगी और तरावीह की नमाज अदा की। जिसके बाद तड़के चार बजे के बाद घरों में सहरी खाई गई और रोजा रखा।

शनिवार की सुबह से ही मुस्लिम इलाकों में रमजान की रौनक दिखने लगी थी। शाम को तरावीह की नमाज अदा करने के लिए मुसलमान सफेद लिबास में तैयार रहे। शाम होते ही सड़कों पर सन्नाटा हो गया था। मगरिब की नमाज के बाद रमजान का चांद नजर आया तो लोगों ने तरावीह की नमाज के लिए शाम को दुकानें बंद कर दी। महानगर के तहसील स्कूल, मोहल्ला अंडे वालान, चौकी हसन खां, इंदिरा चौक, मोहल्ला बारादरी, झब्बू का नाला, दीवान का बाजार, करूला, मियां कालोनी, पीर का बाजार व चक्कर की मिलक क्षेत्र में रमजान के विशेष पकवान जैसे खजला, फैनी, डबल रोटी की खूब खरीदारी हुई।

मगरिब की नमाज के बाद मस्जिद और घरों की छतों पर लोगों ने चांद का दीदार किया। चांद देखने के बाद लोगों ने दुआ मांगी। इशा की नमाज के बाद मस्जिदों में तरावीह की नमाज का अहतमाम हुआ। जिसके बाद मुस्लिम इलाकों में देर रात खरीदारी होती रही। तड़के चार बजे से ही घरों में सहरी की तैयारी हुई। पांच बजकर 15 मिनट पर सहरी का वक्त खत्म हुआ तो रोजेदारों ने दुआ पढ़कर पहला रोजा रखा और फर्ज की नमाज अदा की।

मुकद्दस रमजान इबादत का महीना है। इसलिए रमजान के पूरे महीने में ज्यादा से ज्यादा इबादत करें। पड़ोसियों की भी खैरियत पूछते रहें और जरूरतमंदों की मदद करें। -सैय्यद मासूम अली आजाद, शहर इमाम

रविवार से रमजान का महीना शुरू हो रहा है। इस मुबारक महीने में अल्लाह एक नेकी के बदले 70 नेकियां अता करता है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा इबादत करें और जो भी जरूरतमंद दिखे उसकी मदद करें।-मुफ्ती सैय्यद फहद अली, नायब शहर इमाम

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