संभल के प्राचीन तीर्थ कुंड में पवित्र संगम जल प्रवाहित होते ही गूंजे जयकारे, जानिए क्या बोले एसडीएम?
रविवार को सुबह से ही संगम जल के आने की प्रतीक्षा कर रहे थे श्रद्धालु
संभल, अमृत विचार। जैसी बेचैनी लोगों को संगम में स्नान करने के लिए जाने की थी कुछ वैसा ही इंतजार प्रयागराज से आ रहे संगम जल के संभल पहुंचने का था। रविवार सुबह से ही लोग तीर्थों पर जाकर पूछने लगे कि संगम का जल आ गया क्या। शाम साढ़े चार बजे जैसे ही अग्निशमन विभाग का वाहन संगम जल लेकर वंश गोपाल तीर्थ पर पहुंचा तो श्रद्धालु उत्साह से झूमने लगे।
प्रशासन ने रविवार सुबह तक संगम जल लेकर वाहनों के संभल पहुंच जाने की बात कही थी लेकिन वाहन दोपहर 3 बजे जनपद की सीमा में पहुंचा। तब तक यह भी तय नहीं था कि वाहन सबसे पहले किस तीर्थ के कुंड में संगम का जल प्रवाहित करेगा। वाहन जनपद की सीमा में पहुंचा तब एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि सबसे पहले वंशगोपाल तीर्थ के कुंड में जल प्रवाहित होगा। इसके बाद लोगों ने वंश गोपाल तीर्थ पर पहुंचना शुरु कर दिया। जैसे ही तीर्थ की तरफ अग्निशमन विभाग का वाहन आता नजर आया तो श्रद्धालुओं उत्साहित हो गये और जयकारे लगाने शुरु कर दिये। वाहन के पहुंचते ही उस पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। आरती के बाद जैसे ही वाहन के पाइप से तीर्थ कुंड में जल छोड़ने का सिलसिला शुरु हुआ तो श्रद्धालुओं में सबसे पहले संगम जल का आचमन करने और अपने ऊपर उडेलने की होड़ मच गई। इसके बाद कुंड में स्नान का सिलसिला शुरु हो गया। संगम जल से स्नान के बाद लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते नजर आ रहे थे।
सुबह से ही बेसब्री से था त्रिवेणी के जल का इंतजार:स्वामी भगवतप्रिय.
संभल। वंशगोपाल तीर्थ के पुजारी स्वामी भगवतप्रिय का कहना है कि जिस तरह से किसान बारिश का इंतजार करते हैं उसी तरह से हम आज सुबह से ही त्रिवेणी के जल के आने का इंतजार कर रहे थे। जल हमारे तीर्थ पर आए और उसको पावन कर दे। अब संगम का जल आ गया तो बेहद आनंद का अनुभव हो रहा है। कल सोमवार का दिन है तो श्रद्धालु स्नान करने के लिए तीर्थ पर आएंगे। वंश गोपाल तीर्थ काफी प्रसिद्ध है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कृपा से आज यह संगम जल यहां पर आया है जो कि एक बहुत बड़ा मौका है।
संभल धाम में त्रिवेणी का आना महान अवसर:छत्रपाल
संभल। सामाजिक कार्यकर्ता छत्रपाल का कहना है कि आज संगम का जो जल संभल लाया गया है यह एक अभूतपूर्व कार्य है। क्योंकि यह कहा जाता है संभल तो पहले से ही एक तीर्थ नगरी है। क्योंकि यहां पर 68 तीर्थ और 19 कूप हैं। यह मोक्ष की नगरी है। संभल के बारे में यह मान्यता है कि अगर गंगा जी यहां पर आ जाएं तो संभल गया जी का स्थान प्राप्त कर लेगा। लेकिन आज जब यहां पर त्रिवेणी आ गई है तो समझा जा सकता है कि संभल का स्थान कितना ऊंचा हो गया है। इस जल में जो कोई स्नान करेगा उसको मोक्ष तो प्राप्त होगा ही,लेकिन आज संभल को भी गया जी का स्थान मिल गया है।
मुख्यमंत्री ने त्रिवेणी का जल संभल भेजा,यह बड़ा अवसर:शान अली
संभल। प्रयागराज से त्रिवेणी का जल लेकर दमकल की गाड़ियां संभल के तीर्थ पर पहुंची तो तीर्थ पर पहुंचने से पहले ही संभल में प्रवेश करते समय सैय्यद शान अली के नृतृत्व में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने दमकल की गाड़ियों पर पुष्पवर्षा करके स्वागत किया । शान अली का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा त्रिवेणी का जल संभल भेजा गया है यह एक बहुत बड़ा मौका है। इससे जो लोग महाकुंभ में स्नान करने से रह गये थे वह लोग भी स्नान कर सकेंगे और हम लोग भी इसमें स्नान कर सकते हैं। इसलिए हम लोगों के द्वारा पुष्प वर्षा करके स्वागत किया गया है, नमन किया गया है।
सोमवार को दो और तीर्थों पर पहुंचेगा संगम जल:एसडीएम
संभल। एसडीएम वंदना मिश्रा का कहना है कि संभल के प्रमुख तीर्थ कुरुक्षेत्र तीर्थ और महामृत्युंजय तीर्थ के कुंड में भी त्रिवेणी का जल डाला जाएगा। त्रिवेणी का जल संभल के तीर्थ पर लाने का मकसद है कि जो बुजुर्ग महाकुंभ में नहीं जा सके हैं या कुछ लोग जो कि स्वास्थ्य कारण की वजह से नहीं जा सके हैं उन तक भी त्रिवेणी का पुण्य पहुंच सके। संभल जनपद के लिए दो गाड़ियां मिली है जिसमें भरवाकर त्रिवेणी का जल लाया गया है। दूसरी गाड़ी सोमवार को पहुंच जायेगी।
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