कासगंज: पछुआ हवाओं ने बढ़ाईं गेहूं के किसानों के माथे पर चिंता

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Published By Pradeep Kumar
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कासगंज, अमृत विचार। बारिश के बाद हुए नुकसान से किसान पहले ही परेशान थे। लेकिन पछुआ हवाएं किसानों की चिंताएं बढ़ाए हुए हैं। पिछले दिनों ओलावृष्टि, बारिश और तेज हवाओं से किसानों की फसलों को खासा नुकसान हुआ था। अब पछुआ हवाएं तेजी से चल रही हैं। जिससे किसानों को गेहूं की पैदावार में कमी होने की आशंका सता रही है।

जनपद में लगभग 95 हजार हेक्टेयर में गेहूं की फसल की बुवाई की गई। फसल भी बहुत अच्छी हुई। किसानें को फसल से खासी उम्मीदें थीं। लेकिन मार्च के शुरू में ही ओलावृष्टि के साथ चली तेज हवाओं ने गेहूं की फसलों को खेतों में बिछा दिया। गिरी हुई गेहूं की फसल और खेतों में जलभराव से हुए नुकसान से किसान परेशान था। राजस्व विभाग के आंकड़ों के अनुसार लगभग 3256 हेक्टेयर गेहूं की फसल प्रभावित हुई है। लेकिन दो दिनों से तेज पछुआ हवाएं चल रही हैं। जिससे फसलों के कम उत्पादन की आशंका बनी हुई है।

किसानों ने बताया दर्द
किसान प्रहलाद ने बताया कि पहले ही ओलावृष्टि से गेहूं की फसल को खासा नुकसान हो चुका है। अब पछुआ हवाएं किसानों की चिताएं बढ़ा रही हैं। इससे फसल की पैदावार में कमी आने की आशंका है। किसान रामपाल के मुताबिक पछुआ हवाओं के कारण गेहूं की फसल जल्दी पक सकती है। दाना कमजोर हुआ तो फसल के दाम भी अच्छे नहीं मिलेगे। पैदावार को लेकर आशंकाएं सता रही हैं। 

क्या बोले अधिकारी
जिला कृषि अधिकारी डॉ. अवधेश मिश्र ने बताया कि खेतों में पछुआ हवाएं गेहूं की फसल के लिए ठीक नहीं हैं। इससे फसले जल्दी पक जाएंगी और गेहूं की फसल का दाना भी कमजोर रहेगा। किसान क्षति होने की सूचना बीमा कंपनी हो 72 घंटे के अंदर दें, जिससे सर्वे कराकर फसल का मुआवजा मिलने में परेशानी न हो।

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