Kanpur: हजारों को न्याय दिलाने वाली नीलम की महिला दिवस पर न्याय की गुहार, बोलीं- बहू के उत्पीड़न से बेटे ने लगाई फांसी
विशेष संवाददाता, कानपुर। महिला सुरक्षा की झंडाबरदार हजारों महिलाओ को न्याय दिलाने का दावा करने वाली सखीकेंद्र की महासचिव नीलम चतुर्वेदी के आंसू रोके नहीं रुक रहे हैं। मुम्बई में आत्महत्या करने वाले उनके बेटे निशांत की मौत का गम उन्हें खाये जा रहा है। दूसरी तरफ जानकारी के अनुसार उनकी विधवा बहू अपूर्वा पारिख भी निशांत की मौत के लिए उसके परिवार को जिम्मेदार मानती है। बहू अपूर्वा की आरामतलबी और उसका खर्चीलापन मौत का कारण बताया जाता है।
उसकी बढ़ती जरूरतें और ताने निशांत का पीछा करती रही। सास नीलम चतुर्वेदी बताती हैं कि अपूर्वा पारिख की यह दूसरी शादी थी। लोकलाज के कारण यह बात दूसरों से शेयर नहीं करती थीं। निशांत ने सुसाइड नोट की सॉफ्ट कॉपी में अपनी बीवी और मुंह बोली मौसी प्रार्थना मिश्रा को जिम्मेदार बताया। घटना की मुम्बई में बीएनएस की धारा 108 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कर ली गयी है। आत्महत्या कांड की उच्चस्तरीय जांच की मांग की जा रही है।
नीलम चतुर्वेदी ने सखीकेंद्र श्यामनगर में पत्रकारों से बातचीत में बेटे निशांत (दिवंगत) को न्याय दिलाने को हर संभव प्रयास करने की बात कही है। पता चला है कि दूसरा पक्ष सुसाइड नोट पर ही सवाल उठा रहा है। मुंबई के एयरपोर्ट थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में रिपोर्ट दर्ज हुई है। निशांत ने फऱवरी 2021 में अपूर्वा पारिख के साथ ब्याह किया था। निशांत और अपूर्वा की दोस्ती कॉमन दोस्तों के जरिए हुई थी। प्यार परवान चढ़ा तो विवाह कर लिया।
जानकारी के अनुसार 27 फरवरी की शाम निशांत की कानपुर में अपनी छोटी बहन प्राची से फोन पर सामान्य बातचीत हुई। इसके बाद निशांत ने अपने स्टूडियो की वेबसाइट पर लंबा-चौड़ा सुसाइड नोट लिखकर जिंदगी को अलविदा कह दिया। पांच पैरा के सुसाइड नोट के निशांत ने क्रमबद्ध अपनी मां नीलम चतुर्वेदी, मित्र देविक, बहन प्राची, मित्र प्रिंस और पत्नी अपूर्वा के लिए वाक्य लिखे हैं। और अंत में दर्द भरी कविता।
28 फरवरी की दोपहर होटल का कर्मचारी सफाई करने पहुंचा। दस्तक देने पर जवाब नहीं मिला तो डुप्लीकेट चाभी से दरवाजा खोला गया तो बाथरूम में निशांत की लाश पड़ी थी। पुलिस ने नीलम को सूचित किया तो वह आनन-फानन में बेटी प्राची के साथ मुम्बई पहुंची। नीलम ने बहू अपूर्वा औ? मुंहबोली बहन प्रार्थना मिश्रा पर आत्महत्या को उकसाने की धारा में रिपोर्ट दर्ज करायी।
नीलम चतुर्वेदी ने बताया कि, अपूर्वा ने पहली शादी और रकम ऐंठने के बाद तलाक की जानकारी छिपाकर निशांत को प्रेमजाल में फंसाया था। बाद में राजफाश होने पर बेटे की खुशी के लिए मामला दफन कर लिया। आरामतलबी जिंदगी जीने की शौकीन बहू अपूर्वा होटल, क्लब, शॉपिंग की आदत से खर्चे बढ़े जिसे वहन करने में निशांत सक्षम नहीं था।
नीलम के मुताबिक, फिल्म निर्माण के कारण निशांत के ग्रुप में कुछ लड़कियां थीं, लेकिन असुरक्षा की भावना के कारण अपूर्वा ने सभी के नंबर डिलीट करा दिए। देर होने पर स्टूडियो में फोन लगाकर बात कराने के लिए स्टॉफ को परेशान करती थी। इसी वजह से निशांत को काम मिलना कम हो गया था। अपूर्वा की हरकतों से परेशान होकर छह महीने पहले निशांत उसे कानपुर में त्रिवेणी नगर मायके छोड़कर लौट गया था। इस दरमियान कानपुर में निशांत की तरफ से तलाक के लिए मुकदमा भी दायर किया गया था।
