Bareilly: पुडुचेरी की तर्ज पर वायु प्रदूषण से निपटेंगे...जीआरपी की बना रहे कार्ययोजना
धूल को रोकने के लिए एनसीएपी के तहत हो रहे हैं कार्य
बरेली, अमृत विचार। पुडुचेरी में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए बने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) की तर्ज पर राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत बरेली नगर निगम के अधिकारी भी कार्ययोजना बनाने में जुट गए हैं। कुछ दिन पहले पुडुचेरी में हुए सेमिनार में नगर निगम का भी प्रतिनिधि शामिल हुआ था। इसके तहत केंद्र सरकार ने 72 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत करते हुए 62 करोड़ रुपये भी जारी कर दिए हैं।
नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि वायु प्रदूषण को लेकर अध्ययन करने के साथ रोक लगाने के लिए नगर निगम ने एक टीम बनाई है, जो एनसीएपी (राष्ट्रीय वायु प्रदूषण नियंत्रण कार्यक्रम) के तहत हो रहे काम और होने वाले कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी जुटाएगी। इसके लिए एक कार्ययोजना तैयार की जा रही है, जिससे बेहतर तरीके से सुधार किया जा सके। जो काम चल रहे हैं उन्हें गुणवत्ता पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए हैं। उन सभी बिंदुओं को लेकर काम किया जा रहा है, जिससे वायु प्रदूषण कम किया जा हो सके।
सेमिनार में दी गई ये जानकारी
पुडुचेरी प्रदूषण नियंत्रण समिति (पीपीसीसी) से जुड़ी टीमों ने कार्य योजना औद्योगिक उत्सर्जन, वाहनों से होने वाले उत्सर्जन, निर्माण और विध्वंस गतिविधि, सड़क की धूल, कृषि अवशेषों को जलाने से होने वाले उत्सर्जन और घरेलू उत्सर्जन को शामिल करते हुए काम करने को कहा है।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए इन बिंदुओं पर होगा काम
होटलों और खुले भोजनालयों में कोयले और लकड़ी के उपयोग पर रोक। कच्ची सड़कों पर पानी का छिड़काव। कोयले की हैंडलिंग और कोयले के परिवहन जैसे गैर-बिंदु प्रदूषण उत्सर्जन स्रोतों में कमी करना। लैंडफिल में कचरा जलाने पर रोक को सख्ती से लागू करना। वायु प्रदूषण नियंत्रण विनियमों का कड़ा प्रवर्तन। भारी यातायात वाले मार्गों पर मशीनों से सफाई। डीजल जनरेटर सेटों के उपयोग पर प्रतिबंध और उद्योगों से उत्सर्जन मानदंडों का अनुपालन करना।
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