मुरादाबाद: 30 से अधिक अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर, दो मंजिला निर्माण भी किया ध्वस्त
मुरादाबाद, अमृत विचार: दुकान आवंटन के बाद भी फड़ घेरने वाले फल-सब्जी आढ़तियों द्वारा किए गए अवैध निर्माण को सिटी मजिस्ट्रेट व मंडी की सभापति किंशुक श्रीवास्तव ने पुलिस बल की मौजूदगी में जेसीबी से ध्वस्त करा दिया। दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे तक चले अभियान में 30 से अधिक अवैध रूप से बने पक्के निर्माण को ध्वस्त किया गया। हालांकि आढ़तियों ने हल्का फुल्का विरोध किया लेकिन, पुलिस फोर्स ने विरोध करने वालों को बलपूर्वक मौके से हटा दिया। सिटी मजिस्ट्रेट से आढ़तियों की पैरवी करने पहुंचे भाजपा महानगर अध्यक्ष ने वार्ता की। जिसमें कच्चे रूप से बने फड़ को छोड़ने की बात पर सहमति बनी। अवैध निर्माण को ध्वस्त करने का खर्च भी संबंधित आढ़तियों से ही वसूला जाएगा।
फल सब्जी मंडी में कुछ आढ़तियों और गल्ला व्यापारियों ने मंडी द्वारा बनाई दुकानों के आगे खाली पड़े मैदान में अवैध तरीके से पक्की बाउंड्री कर ली। किसी ने गेट लगा लिया तो किसी ने मंडी के द्वारा बनाई गई दुकान पर ही दो मंजिला पक्का निर्माण कर लिया था। जिसको लेकर सोमवार की सुबह मंडी में अवैध रूप से किए गए पक्के निर्माण को हटाने के लिए अनाउंसमेंट कराया गया। इसके बाद दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे तक 30 से अधिक अवैध निर्माण को जेसीबी ध्वस्त किया गया।
मंडी सभापति किंशुक श्रीवास्तव ने पुलिस फोर्स की मौजूदगी में मंडी में कराए गए अवैध निर्माण पर जेसीबी चलनी शुरू हुई तो आढ़ती विरोध में जुटने लगे। उन्होंने सभापति से मंडी में चल रही जेसीबी को रोकने के लिए कहा। लेकिन, मौके पर मौजूद पुलिस क्षेत्राधिकारी व स्थानीय थाने की पुलिस ने मौके जुटे आढ़तियों को हटा दिया। इसके बाद जेसीबी से अवैध निर्माण के लिंटर, गेट और बाउंड्री को ध्वस्त करा दिया गया। आढ़तियों के पक्ष में भाजपा के महानगर अध्यक्ष गिरीश भडूंला भी पहुंचे।
उन्होंने सभापति से अवैध निर्माण को आढ़तियों द्वारा खुद तोड़ने के लिए मौका देने की बात कही। जिस पर सभापति ने बताया कि एक माह पहले से इन सभी को स्वयं अवैध निर्माण ध्वस्त करने का मौका दिया जा चुका है। महानगर अध्यक्ष की बात पर कच्ची व्यवस्था में कारोबार कर रहे फड़ आढ़तियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने का आश्वासन दिया। शाम तक चली कार्रवाई के दौरान मंडी परिसर और सड़कों पर किए अवैध निर्माण को ध्वस्त कर मंडी की भूमि को कब्जा मुक्त करा दिया गया। इस दौरान मंडी सचिव महादेवी के अलावा मंडी के इंस्पेक्टर व अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा।
मंडी में अवैध रूप से किए गए पक्के निर्माण की शिकायत मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव से की गई थी। जिसके बाद पक्के निर्माण को गिरा कर मंडी की भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया जा रहा है। कुछ आढ़ती इसका विरोध कर रहे थे। जिन्हें उनके द्वारा गलत रूप से पक्के निर्माण करने की बात बताई गई। जिन आढ़तियों का अवैध निर्माण गिराया गया है उन्हीं से इसके ध्वस्तीकरण में आए खर्च को वसूला जाएगा। इसके लिए सभी आढ़तियों को खर्च वसूली की नोटिस दी जाएगी- किंशुक श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट एवं मंडी सभापति।
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