Kanpur: दो साल में पूरा होगा अनवरगंज-मंधना एलिवेटेड ट्रैक, स्टेशन डिजाइन की टेंडर तिथि घोषित
कानपुर, अमृत विचार। अनवरगंज-मंधना के बीच प्रस्तावित एलिवेटेड रेलवे ट्रैक की रेलवे की ओर से टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। शासन की ओर से जरीबचौकी आरओबी परियोजना का शासनादेश और भूमि अधिग्रहण की स्वीकृति मिलते ही टेंडर आमंत्रित होंगे। पहले चरण में 16 अप्रैल को नए अटल बिहारी रेलवे स्टेशन निर्माण के डिजाइन टेंडर खोले जाएंगे। 16.25 किमी अनवरगंज-मंधना एलिवेटेड रेलवे ट्रैक परियोजना का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। मंडलायुक्त के विजयेद्र पाण्डियन ने शुक्रवार को शिविर कार्यालय में संबंधित सभी विभागों की बैठक में अधिकारियों से यह बात कही। अधिकारियों ने बताया कि निर्माण शुरू होने के दो साल के अंदर एलिवेटेड ट्रैक बनकर तैयार हो जाएगा।
अधिकारियों से कहा कि एलिवेटेड रेलवे ट्रैक का काम चालू होने के बाद कल्याणपुर व रावतपुर स्टेशन खत्म हो जाएंगे। इसी के साथ क्रासिंगों पर जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। निर्माण कार्य के दौरान रेल संचालन मंधना से होगा। कुछ लंबी दूरी की ट्रेनें वैकल्पिक मार्ग से चलेंगी। ट्रैक के बीच सभी यूटिलिटी शिफ्टिंग का काम समय से कराएं। सभी विभागों की समिति बनाकर काम पूरा कराया जाए। परियोजना निदेशक कानपुर मेट्रो अरविंद मीणा से कहा कि रेलवे अधिकारियों से मिलकर सीएसजेएमयू के सामने बनने वाले नए अटल बिहारी रेलवे स्टेशन व मेट्रो स्टेशन को स्काई वॉक से कनेक्ट करने की योजना बनाएं। नगरआयुक्त और मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग टीम बनाकर मार्गों का सर्वे कराएं और कार्य योजना तैयार करें।
बैठक में उपायुक्त ट्रैफिक, कानपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, नगर आयुक्त, नीरज श्रीवास्तव, पूर्वोत्तर रेलवे की उपमुख्य अभियंता मानसी मित्तल समेत विभागीय अधिकारी रहे।
दो चरणों में होगा निर्माण टेंडर
परियोजना के निर्माण के लिए टेंडर दो चरणों में होगा। पहले चरण में नए रेलवे स्टेशन भवन के निर्माण की टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। मंडलायुक्त ने बताया कि जरीबचौकी आरओबी व जमीन अधिग्रहण संबंधी कार्यवाही पूरी होने पर रेलवे ट्रैक को एलिवेटेड किए जाने का टेंडर दूसरे चरण में होगा। नए स्टेशन भवनों का स्थलीय निरीक्षण हो चुका है।
ट्रेक चौड़ीकरण के लिए भी होगा अधिग्रहण
राजस्व विभाग के लेखपालों के अनुसार एलिवेटेड ट्रैक के लिए 16 मीटर चौड़ी जगह की जरूरत है। नापजोख के बाद यह पता चला है कि रेलवे के पास कहीं 15 तो कहीं साढ़े तेरह मीटर ही जमीन है। इसलिए चौड़ीकरण के लिए भी जमीन का अधिग्रहण होगा। वहीं एलिवेटेड रेलवे ट्रैक की फाइनल डीपीआर की डिजाइन पर इंजीनियरिंग विभाग की मुहर लगने पर अभी तक 187 कब्जेदारों को नोटिस दी गई है। सबसे अधिक बेदखली गुमटी क्रासिंग से रावतपुर व गीतानगर क्रासिंग के बीच है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि एलिवेटेड रेलवे ट्रैक पर करीब 200 से अधिक कब्जे हैं। 187 कब्जे वह हैं, जिन्हें मुआवजा अथवा शिफ्ट करके हटाया जाएगा।
19 क्रासिंगों से मिलेगा छुटकारा
मंधना से अनवरगंज के बीच पड़ने वाली 19 क्रासिंगों पर शहरवासी फाटक बंद होने पर बेहाल होते हैं। जाम के साथ कई पेरशानियों से सामना होता है। सबसे ज्यादा दिक्कत जरीबचौकी, गुमटी क्रासिंग, रावतपुर स्टेशन, गीतानगर क्रासिंग, नौ नंबर गुमटी, आईआईटी क्रासिंग पर होती है। क्रासिंग बंद होने पर जीटी रोड पर भी जाम लगता है। एलिवेटेड रेलवे ट्रैक से क्रासिंगों से छुटकारा मिलेगा। परियोजना में समन्वय की भूमिका में नीरज श्रीवास्तव रहेंगे और इस परियोजना के पूर्ण होने से कानपुर में विकास से जुड़ी बड़ी संभावनाओं पर काम होगा। उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से दक्षिण क्षेत्र की आबादी को बड़ा लाभहोगा। क्रासिंगों पर घंटों समय की बर्बादी खत्म होने के साथ जीटीरोड पर जाम से निजात मिलेगी।
