Bareilly: शहर के ये सेल्फी प्वाइंट दे रहे हादसों को दावत ! रीलबाज युवाओं का रहता है जमावड़ा

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Published By Preeti Kohli
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बरेली, अमृत विचार। शहर के रीलबाज युवा चंद लाइक्स और व्यूज पाने के लिए अपनी जान हथेली पर रखने से भी पीछे नहीं हट रहे। स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर की सूरत जहां बदली हैं तो यूथ को कई सेल्फी प्वाइंट भी मिले। लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए शहर का यूथ इन सेल्फी प्वाइंट्स पर तरह-तरह की रील्स बना रहा है। जिसमें डमरू चौराहा ( आदिनाथ चौक) और महादेव पुल से दिखाई देने वाली कुतुबखाना मस्जिद शामिल है।06महादेव पुल पर कुतुबखाना मस्जिद बनी सेल्फी प्वाइंट
कुतुबखाना स्थित महादेव पुल रीलबाजों के लिए सेल्फी का अड्डा बन चुका है। तेज रफ्तार बाइक चलाने के साथ युवा यहां रील्स बनाते हैं। वहीं यहां से दिखने वाला कुतुबखाना मस्जिद का खूबसूरत नजारा युवाओं के दिलों की धड़कन बन गया है। सोशल मीडिया पर कई रील्स ऐसे वायरल हैं जिसमें देखा जा सकता है कि एक तरफ ट्रैफिक चल रहा है तो दूसरी तरफ युवा मस्जिद के आगे रील्स बनाने में व्यस्त है। 

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घंटाघर के आसपास मंडराते हैं रीलबाज
महादेव सेतु पर बनी मस्जिद तो जैसे रीलबाजों के लिए सेल्फी प्वाइंट बन ही गया है, जबकि इसके पास से ही दिखाई देने वाला घंटाघर भी रील्स बनाने के लिए युवाओं को मुफीद लगता है। युवा अपनी बाइक रोककर घंटाघर के साथ न सिर्फ सेल्फी लेते हैं बल्कि डांस और एक्शन भी दिखाते हैं। जिससे कई बार पुल पर जाम लगता है और राहगीरों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है।08

आदिनाथ चौक पर लगता है रीलबाजों का जमावड़ा
योगी सरकार की देन आदिनाथ चौक रीलबाजों के लिए एक ठिकाना बन चुका है। शाम ढलते ही सेल्फी लेने वालों और रील बनाने वालों का यहां जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है। कई बार युवा आदिनाथ चौक के गोल घेरे पर आराम फरमाते भी देखे जा सकते हैं। ये स्थिति तब है जब आदिनाथ चौक से चंद कदम की दूरी पर डेलापीर चौकी और इज्जतनगर थाना है। साथ ही ट्रैफिक पुलिस भी हर समय मौजूद रहती है। 09 (1)

रीलबाजों के लिए चाइनीज मांझा बन रहा काल
इन रीलबाज़ों के लिए चाइनीज मांझा सही में काल बन रहा है, क्योंकि युवा पुल के ऊपर रील और सेल्फी बनाते हैं। वहीं, चाइनीज मांझा इनको घायल करने का काम करता है। चाहे श्यामगंज पुल हो, चौपला पुल हो या किला ओवरब्रिज,  यहां पर मांझे से आए दिन हादसे होते हैं। इतना ही नहीं, कई बार युवा रील बनाने के चक्कर में मांझा को देख नहीं पाते और मांझा उन्हें घायल कर देता है।

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