Kanpur: छोटे निर्यातकों के लिए संजीवनी बने विदेश के भारतीय, कारोबार के लिए शहर के निर्यातकों से कर रहे संपर्क

कानपुर, अमृत विचार। ‘टैरिफ वॉर’ के बीच संकट में फंसे छोटे निर्यातकों के लिए विदेश में रह रहे भारतीय संजीवनी बन रहे हैं। शहर के छोटे निर्यातकों को अब विदेशी बड़ी कंपनियों के बजाय रिटेल कारोबार से संपर्क कराया जा रहा है। इसके लिए फियो की ओर से भारतीय दूतावास को माध्यम बनाया गया है। भारतीय दूतावास विदेश में रिटेल कारोबार कर रहे भारतीय कारोबारियों से शहर के निर्यातकों का संपर्क करा रहा है।
‘टैरिफ वॉर’ से शहर के 129 निर्यातकों का कारोबार बंदी की कगार पर पहुंच गया है। कई ऐसे निर्यातक हैं जो ‘डोमेस्टिक ट्रेड’ की ओर दोबार मुड़ने का मन बना चुके थे। इस पर फियो की ओर से एक नई पहल की गई है। इस पहल के तहत विदेश में रिटेल कारोबार कर रहे भारतीयों को इनकी सहायता के लिए जोड़ने का प्रयास चल रहा है। माना जा रहा है कि सितंबर महीने से शहर के छोटे निर्यातक अपना कारोबार विदेश में रह रहे भारतीयों के साथ शुरू कर देंगे।
इस योजना के लिए भारतीय दूतावासों से संपर्क किया जा चुका है। दूतावास के जरिए विदेशों में रह रहे भारतीय रिटेल कारोबारियों से संपर्क साधा जा रहा है। इन देशों में ग्रीस, नॉर्वे, नीदरलैंड, तंजानिया, नाइजीरिया सहित अन्य देश शामिल हैं। फियो के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि शहर के छोटे निर्यातकों को ‘टैरिफ वॉर’ से मुकाबला करने के लिए नई पहल की गई है। इस पहल में विदेश में रह रहे भारतीय मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।
उत्पादों की मांगी लिस्ट
दो तरफा भारतीयों के बीच होने वाले व्यापार के लिए शहर के निर्यातकों से उत्पादों की लिस्ट मांगी गई है। इस लिस्ट के आधार पर ही देश और विदेश में रह रहे कारोबारी का चयन किया जाएगा। इसके अलावा निर्यातकों को रिटेल के रेट और उत्पादों की गुणवत्ता परखने के लिए भी सैंपल संबंधी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
5 हजार बचेंगे रोजगार
फियो की इस पहल से शहर के लगभग 5 हजार युवाओं के रोजगार पर संकट दूर हो सकता है। शहर के छोटे निर्यातकों की ओर से हाल ही में शुरू किए गए निर्यात कारोबार के बाद उन्हें नौकरी पर रखा गया था। नया निर्यात शुरू करने वाले ज्यादातर निर्यातक कृषि उत्पाद, लग्जरी प्रोडक्ट, माटी कला से जुड़े उत्पाद सहित अन्य शामिल हैं।