लखीमपुर खीरी: दुधवा में मृत मिला बेहद दुर्लभ प्रजाति का सांप...वन विभाग की टीम भी हैरान
पलियाकलां, अमृत विचार। दुधवा टाइगर रिजर्व की वन टीम ने विश्व प्रकृति निधि की टीम के साथ जंगल में मृत अवस्था में पड़े एक विशिष्ट सांप को देखा। जिसकी पहचान कांडनारेश सेंड स्नेक के रूप में की गई।
यह घटना उस समय घटित हुई, जब अनुसंधान टीम के हेरपेटोलॉजिस्ट अनुपम गुप्ता, जूनियर अस्सिटेंट सुशांत सिंह और वन्य जीव विशेषज्ञ रोहित सिंह आदि टीम के साथ जंगल में गस्त पर थे। टीम ने एक स्थान पर सूखी घास के ढेर के पास मृत पड़ा उल्टा सांप देखा। जिसकी चमकदार धारियां स्पष्ट दिख रही थीं। इसके बाद रिकॉर्डिंग संस्था ने टीम का नाम आकलित किया और निरीक्षण के बाद टीम ने सभी कोणों से उसके चित्र लिए। बाद में उनका गहन वैज्ञानिक परीक्षण कर विशेषज्ञ कपिल सैनी को भेजा गया। जिन्होंने हर पहलू का विश्लेषण कर इसे प्सामोफिस कांडनारस प्रजाति का सांप बताया। उन्होंने कहा कि यह शुष्क क्षेत्र में पाया जाने वाला मध्यमीवों विषैला, दिनचर और तीव्रगामी कोलुब्रिड प्रजाति का है, जो मुख्यतः छिपकलियों और छोटे स्तनधारी जीवों का शिकार करता रहता है।
संभावना व्यक्त की जा रही है कि इसकी मृत्यु किसी भालू के हमले का परिणाम रही होगी। दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर डॉ एच.राजामोहन ने दुधवा में इस महत्वपूर्ण खोज को अधीनस्थ वनकर्मियों व सहयोगी संस्थाओं का वन्यजीवों के प्रति समर्पण और वैज्ञानिक कार्य प्रणाली की मिसाल बताया। वहीं उपनिदेशक डॉ. रंगा राजू टी ने इसकी पुष्टि कर इसे दुधवा की निगरानी प्रणाली की संवेदनशीलता को दर्शाने वाला बताकर जैव विविधता की गहराई को उजागर करने वाला कहा। साथ ही इसे दुधवा क्षेत्र को शोधकर्ताओं के लिए एक जीवित प्रयोगशाला करार दिया।
