Bareilly:उर्स-ए-ताजुश्शरिया...जामियातुर्रजा और दरगाह आला हजरत पर कुल की रस्म अदा

बरेली, अमृत विचार। उर्स-ताजुश्शरिया के मौके पर सोमवार को हर तरफ अकीदतमंदों का सैलाब नजर आया। सौदागरान से लेकर मथुरापुर तक शहर की सड़कों पर रजवी अकीदतमंद नजर आए। दरगाह ताजुश्शरिया और मदरसा जामियातुर रजा में काजी-ए-हिन्दुस्तान मुफ्ती मोहम्मद असजद रजा खां कादरी की सरपरस्ती व सदारत में उर्स हुआ। 7 बजकर 14 मिनट पर कुल की रस्म अदा की गई। इसके सज्जादानशीन मुफ्ती असजद मियां ने दुनिया भर में अमन और सुकून के लिए दुआ की।
उर्स के मंच से उलमा ने वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ भी आवाज उठाई। अयोध्या के शहर काजी मुफ्ती अब्दुल मुस्तफा रुद्लवी ने कि वफ्क संपत्तियां हमारे बुजुर्गो की अमानत हैं। इसकी हिफाजत का जिम्मा भी हमारा है। दूसरी तरफ मुफ्ती शहजाद आलम मिस्बाही ने कहा कि आला हजरत के खिलाफ सुन्नी मुसलमानों को बहकाने की कोशिश की जा रही है। लोगों को आला हजरत के दुश्मन बनाया जा रहा है। इसके अलावा मुफ्ती अफजल रजवी ने ताजुश्शरिया के तकवे और फतवों के बारे में लोगों को बताया। मौलाना शकील, सैयद गियासे मिल्लत, अल्लामा मुफ्ती जियाउल मुस्तफा, ने भी अपनी तकरीर में ताजुश्शरिया का रुतबा बयान किया।
जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान मियां ने बताया कि उर्स-ए-ताजुश्शरिया में देश-विदेश से लोग ऑनलाइन भी शामिल हुए। दुबई, यूके, हॉलेंड, मालदीव, साउथ अफ्रीका,ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, मॉरीशस के अकीदतमंदों ऑनलाइन कार्यक्रम सुना। वहीं इन देशों के बहुत सारे लोग उर्स में शिरकत करने बरेली भी पहुंचे।
दरगाह आला हजरत पर भी सजी महफिल
ताजुशशरिया का सातवां उर्स दरगाह आला हजरत पर भी पूरी अकीदत के साथ मनाया गया। जहां महफिल की सरपरस्ती सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने की। कुल की रस्म में दुनियाभर से आए लाखों अकीदतमंद शामिल हुए। दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि शाम 4 बजे महफिल का आगाज हुआ। इसके बाद देश भर के उलेमा की तकरीर हुई। उलमान ने ताजुशशरिया की मजहबी और इल्मी खिदमात पर रोशनी डाली।
अदनान मियां ने की लोगों से ये अपील
उर्स-ए-ताजुश्शरिया के मौके पर ऑल इंडिया रजा एक्शन कमेटी व आरएसी ट्रस्ट के मुख्यालय “बैतुर्रजा” पर ताजुश्शरिया कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। कॉन्फ्रेंस की सदारत करते हुए नबीरा-ए-आला हजरत व आरएसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रजा कादरी ने आतंकवाद, वक्फ एक्ट, तालीम और बेटियों की हिफाजत पर नसीहत की।
इस्लाम में आतंकवाद की जगह नहीं
उन्होंने कहा कि इस्लाम में आतंकवाद की कोई जगह नहीं है। इसके नाम पर इस्लाम और मुसलमानों को बदनाम करने वाले लोग मुल्क और इंसानियत के दुश्मन हैं। वक्फ एक्ट की खुलकर मुखालफत करने के साथ-साथ उन्होंने तालीम पर जोर दिया और ताकीद करते हुए कहा कि अपनी बेटियों को साजिश का शिकार होने से बचाएं ताकि उनका ईमान, इज्जत और जान महफूज रहे।