बरेली: छुट्टा पशुओं को पकड़ने का दावा सिर्फ रिकॉर्ड में, सड़कों पर पसरा सच

बरेली: छुट्टा पशुओं को पकड़ने का दावा सिर्फ रिकॉर्ड में, सड़कों पर पसरा सच

बरेली, अमृत विचार: नगर निगम के अफसरों का दावा है कि स्मार्ट सिटी के कैमरों से शहर में छुट्टा पशुओं की निगरानी की जा रही है। जहां भी वे दिखते हैं, उन्हें फौरन पकड़कर गोशाला भिजवा दिया जा रहा है, मगर हकीकत यह है कि छुट्टा पशु सड़क पर घूम रहे हैं। इनके पकड़ने के लिए खरीदे गए कैटल कैचर वाहन पूरे दिन गांधी उद्यान में खड़े रहते हैं। साफ है कि अभियान केवल कागजों में चल रहा है।

शहर में छुट्टा पशुओं को पकड़कर गोशाला भेजने के लिए तीन वाहन और छह टीम नगर निगम की लगाई गई हैं। इसके बाद भी छुट्टा पशु सड़कों पर हैं। इन्हें पकड़ने के लिए कैटल कैचर गाड़ी का इस्तेमाल केवल कागजों में किया जा रहा है। कैटल कैचर वाहन गांधी उद्यान में हर समय खड़े रहते है। इसके नाम से प्रतिदिन डीजल भी खर्च हो रहा है। वहीं कालीबाड़ी, सिटी स्टेशन रोड डेलापीर, मुंशीनगर, बाकरगंज, कटरा चांद खां, संजयनगर, हरुनगला, पुराना शहर आदि स्थानों पर छुट्टा पशुओं का जमघट लगा रहता है।

प्रतिदिन पकड़ रहे एक पशु
नगर निगम के रिकार्ड के अनुसार एक साल में करीब 365 पशुओं को छह टीमों ने पकड़ा है। इसमें अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025 तक करीब 367 पशुओं को पकड़ा गया है। जबकि नियम है कि पहली बार पशु पकड़े जाने पर 15 सौ और दूसरी बार में तीन हजार रुपये जुर्माना लगाया जाता है। इसके बाद भी इनकी संख्या कम नहीं हो रही है।

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