प्लास्टिक प्रदूषण रोकने का संकल्प, विश्व पर्यावरण दिवस पर राजधानी में अलग-अलग जगहों पर किया आयोजन 

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Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार: राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान व इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ़ एनवायर्नमेंटल बॉटनिस्ट्स द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश वन निगम के जनरल मेनेजर संजय के. पाठक मुख्य अतिथि थे। जबकि क्लेम्सन यूनिवर्सिटी, साउथ कैरोलिना, यूएसए के प्रो. पुनीत के. द्विवेदी, समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। सीएसआईआर एनबीआरआई के निदेशक डॉ. एके शासनी ने समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर प्रो. पुनीत के. द्विवेदी ने संयुक्त राज्य अमेरिका में संरक्षण रिजर्व कार्यक्रम भारत के लिए संभावित सबक पर एक व्याख्यान भी दिया।

इस अवसर पर इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ़ एनवायर्नमेंटल बॉटनिस्ट्स ने अपना 30वां स्थापना दिवस भी मनाया। डॉ. शासनी ने प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने, प्रदूषण निवारण के लिए पौधों की पहचान करने के लिए सीएसआईआर एनबीआरआई द्वारा की जा रही विभिन्न पहलों पर भी प्रकाश डाला। संजय कुमार पाठक ने कहा कि आज के दौर में प्लास्टिक प्रदूषण बहुत चिंताजनक है, इसलिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा हाल के वर्षों पर्यावरण दिवस के अवसर पर में प्लास्टिक प्रदूषण पर आधारित थीम को अधिक महत्व दिया गया है। 

समारोह के विशिष्ट अतिथि प्रो. द्विवेदी ने अपने व्याख्यान में अमेरिका की भूमि संरक्षण पहलों के बारे में बताया, जिनका उपयोग भारत द्वारा स्थायी कृषि और पर्यावरण नीतियों के लिए किया जा सकता है। इससे पहले आईएसईबी के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक एवं सचिव डॉ. सौमित कुमार बेहरा ने संस्थान और इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ एनवायर्नमेंटल बॉटनिस्ट्स (आईएसईबी) की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एनबीआरआई और आईएसईबी तीन दशकों से अधिक समय से पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन पर काम कर रहे हैं। समारोह के अंत में आईएसईबी के एमेरिटस वैज्ञानिक एवं संयुक्त सचिव डॉ. आरडी त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

पर्यावरण बचाना है तो प्लास्टिक से दूरी बनाना होगा

आईईटी लखनऊ में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन थीम पर मनाया गया। इस मौके पर संस्थान के निदेशक प्रो. विनीत कंसल द्वारा छात्र-छात्राओं को प्लास्टिक के रीसाइक्लिंग व रीयूज की महत्ता पर जोर दिया गया। विशिष्ट व्याख्याता डॉ. प्रदीप कुमार ने प्लास्टिक के प्रयोग के दुष्प्रभाव से अवगत करवाया व जागरूकता अभियानों की जरुरत पर बल दिया। 

डॉ. अरुण कुमार ने जल, थल व वायुमंडल को बचाने के लिए प्रत्येक नागरिक की भूमिका पर प्रकाश डाला। प्रो. नीलम श्रीवास्तव ने जलीय जीव एवं घरेलू बेजुबान जानवर किस तरह प्लास्टिक वेस्ट से प्रभावित हो रहे है इस पर चिंता व्यक्त की व छोटे उद्योग जो प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन पर कार्य कर रहे उनकी सराहना की।

प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ पर निकाली गई जागरूकता रैली

साउथ सिटी वीमेन्स एसोसिएशन के तत्वावधान में साउथ सिटी कालोनी में प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ, पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ के नारे के साथ एक जागरुकता रैली निकाली गई। अंबेडकर यूनिवर्सिटी रोड से शुरु होकर एक पार्क में समाप्त हुई। रैली में बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चों ने हाथों में पर्यावरण बचाओ अभियान और पेड़ लगाओ के नारों के प्लेकार्ड ले रखे थे। 

रास्ते में इस संबंध में पर्चे बांटे गए तथा लोगों से प्लास्टिक का उपयोग न करने का आह्वान किया गया। सी ब्लॉक के पार्क में महिलाओं को पर्यावरण पर काम करने वाली संस्था ने पौधे भेंट में दिए। पार्क में एक सभा हुई जिसको संबोधित करते हुए स्थानीय निवासी नीना अवनीश ने कहा कि आज हम अपने पर्यावरण को नष्ट करने के लिए स्वयं जिम्मेदार हैं। मधु गर्ग ने कहा कि विकास के नाम पर जिस प्रकार जंगलों को ख़त्म किया जा रहा है। अल्पना, सीमा, मधुलिका चंदेल, मीता पाल, नीलू ने भी प्लास्टिक का उपयोग न करने तथा अधिक से अधिक पौधे लगाने का आह्वान किया।

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