कानपुर : नाबालिग छात्रा का ब्रेनवॉश कर ले जाते दबोचा गया तासुब
झकरकटी से सेंट्रल जाते सहमी छात्रा को बजरंगदल कार्यकर्ताओं ने रोका, पुलिस को सौंपा

छात्रा को समझाकर उसके परिजनों को खिलाई नशीली गोलियां, सभी गहरी नींद में सोए
Kanpur Crime News: फतेहपुर में कबाड़ बेचने वाला तासुब उर्फ ओवैस क्षेत्र की नाबालिग छात्रा को लेकर अहमदाबाद भागने की फिरक में था, लेकिन झकरकटी बस अड्डा पर दबोच लिया। संदेह होने पर बजरंगदल कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोककर पूछताछ की और दोनों को कर्नलगंज पुलिस के हवाले कर दिया। बातचीत में सामने आया कि तासुब ने छात्रा का ब्रेनवॉश कर उसके परिजनों को नशीली गोलियां खिला दी थी। जिससे वह सोते रहे और दोनों भाग निकलने में कामयाब रहे। अगर फतेहपुर से सीधा अहमदाबाद के लिए ट्रेन होती तो निकल भी गए होते। पुलिस की सूचना पर पहुंचे लड़की के पिता का कहना है कि मामला लव जेहाद का है। नाबालिग का मेडिकल के बाद फतेहपुर पुलिस की मौजूदगी में परिजनों को सौंपा जाएगा।
छात्रा के पिता का कहना है कि स्कूल आते-जाते समय तासुब बेटी का ब्रेनवॉश करता था। जब उन्हें इसकी जानकारी हुई तो तासुब को बेटी से दूर रहने को कहा था, लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। वह सात माह से बेटी को भ्रमित कर रहा था। 15 छात्रा ने इसी वर्ष हाईस्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण की है, जबकि 22 वर्षीय तासुब कबाड़ का काम करता है। तासुब ने बजरंगदल कार्यकर्ताओं को पूछताछ में बताया कि पहले छात्रा को साथ चलने के लिए राजी किया। फिर उसे नशीली गोलियां दी कि परिजनों को खिला देना, हम लोग 12 जून की रात को निकलेंगे। जब उसके परिवार वाले सो गए तो वह रात डेढ़ बजे वहां से भाग निकले। झकरकटी से सेंट्रल स्टेशन जाने की तैयारी में थे। इसी बीच रात 3.30 बजे बजरंगदल कार्यकर्ताओं ने डरी-सहमी छात्रा को भांप लिया और रोककर पूछताछ की। पूरा मामला समझने के बाद कर्नलगंज पुलिस के हवाले कर दिया। जहां से छात्रा के परिजनों व फतेहपुर पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। विधिक कार्रवाई के बाद छात्रा को परिजनों व तासुब को फतेहपुर पुलिस के सुपुर्द किया जाएगा। छात्रा के पिता ने तासुब के खिलाफ तहरीर दी है। उनका कहना है कि लव जिहाद का मामला है।
पकड़ में न आए, इसलिए अहमदाबाद चुना
तासुब पेशे से कबाड़ का काम करता है, लेकिन शातिर दिमाग है। उसने झकरकटी बस अड्डा पर बताया कि किसी के पकड़ में न आए, इसलिए 1200 किमी दूर अहमदाबाद जा रहे थे। बातचीत के दौरान उसने छात्रा को इशारों में समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन धर से दूर अकेली छात्रा ने डर में सच्चाई बता दी। तासुब नहीं चाहता था कि नशीली दवाओं के बारे में किसी को पता चले।
अगर सीधी ट्रेन होती तो पकड़ में न आते
छात्रा के पिता का कहना है कि फतेहपुर से अहमदाबाद के लिए कोई सीधी ट्रेन नहीं है। इसलिए दोनों बस से कानपुर आए और सेंट्रल स्टेशन जा रहे थे। अगर सीधी ट्रेन मिल जाती तो तासुब पकड़ में न आता था। पता नहीं उसका क्या इरादा था। बेटी को वहां ले जाकर क्या करता। उन्होंने कहा तासुब पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
यह भी पढ़ें:- impact of news : जांच करने पहुंचा जलनिगम, अधिकारियों ने माना सीवर बहा