शाहजहांपुर: कहीं अवैध कब्जे का शिकार...कहीं गंदगी से पटे तालाब
शाहजहांपुर, अमृत विचार। महानगर में अवैध कब्जे और गंदगी, तालाबों की सुंदरता को बट्टा लगा रही है। इस समय महानगर के तालाबों की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है। कहीं तालाब गंदगी से पटे पड़े हैं तो कहीं अवैध कब्जे हो रहे हैं। यह हाल शहर के ज्यादातर तालाबों का है। कुछ तालाब अमृत सरोवर योजना में चयनित होने के बाद भी उनकी बदहाली दूर नहीं हुई है। हालांकि पक्के तालाब में काम शुरू होने से आशा की किरण फूटी है कि शायद अब तालाबों की सूरत बदल जाए। महानगर के सभी तालाब अवैध कब्जों और गंदगी से मुक्त हो जाएं। यह काम कम तक हो पाएगा अधिकारी इसको लेकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
अमृत 2.0 योजना के तहत नगर निगम क्षेत्र में शहर के चार में से तीन तालाबों के सुंदरीकरण का कार्य ठप पड़ा है। अजीजगंज स्थित तालाब पर लोगों ने कब्जा कर रखा है। अभी तक इसको कब्जा मुक्त नहीं कराया जा सका है। तालाब सुंदरीकरण का कार्य समय पूरा होने के बावजूद अटका हुआ है। नगर निगम की ओर से शहर क्षेत्र में चिनौर में दो पक्के तालाब और अजीजगंज तालाब सुंदरीकरण के लिए अमृत योजना 2.0 के तहत चयनित किया गया था। तालाब की जमीन पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा था। अजीजगंज स्थित तालाब पर लोगों ने अवैध कब्जा करके मकान का निर्माण करा लिया है। नगर निगम अभी तक इसको कब्जामुक्त नहीं करा पाया है। यहां पर निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। नगर निगम की ओर से चिह्नित चार तालाबों के चारों तरफ पौधरोपण होना है। टहलने के लिए पाथ-वे, लोगों के बैठने के लिए सीट आदि का निर्माण कराया जाना है। यहां लोग सुबह-शाम टहल सकेंगे। अभी तक तालाबों की खोदाई का काम पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में तय समय तक इनका निर्माण पूरा होना संभव नहीं लग रहा है।
अजीजगंज तालाब पर कब्जा, कैसे हो सौंदर्यीकरण
अमृत सरोवर योजना के तहत चयनित अजीजगंज तालाब के सौंदर्यीकरण की राह में अवैध कब्जों का रोड़ा अटक गया है। नगर निगम ने इस तालाब का चयन अमृत योजना 2.0 के तहत कर तो लिया, लेकिन इसका सुंदरीकरण नहीं हो पा रहा है। सभी अफसर जानते हैं कि तालाब पर अवैध कब्जे हैं, लेकिन उसे हटा नहीं पा रहे हैं। इससे अभी तक सौंदर्यीकरण नहीं हो सका है। अमृत योजना 2.0 में शहर के चार तालाब चिन्हित किए गए हैं। इनका बजट भी स्वीकृत हो चुका है। इनमें तीन पक्का तालाब, अजीजगंज, चिनौर और नवाजपुर शामिल है। इन तालाबों का सौंदर्यीकरण कराया जाना है। अधिकारियों का दावा है कि चीन और पक्का तालाब में निर्माण कार्य चल रहा है। अजीजगंज तालाब पर कब्जे की बात अधिकारी भी स्वीकार कर रहे हैं। इसके अलावा नवाजपुर में अमृत सरोवर की सफाई का कार्य करने की बात भी अधिकारी कह रहे हैं।
पैसा जारी होने के बाद भी काम में देरी
नगर निगम की ओर से चिनौर में एक तालाब के 94 लाख 58 हजार रुपये स्वीकृत किए हैं। निर्माण कार्य के लिए 13 लाख 92 हजार रुपये अवमुक्त हो गए हैं। 16 मार्च को कार्य का आदेश जारी हुआ था। 10 माह में निर्माण कार्य पूरा करना है। अभी तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है। चिनौर क्षेत्र में दूसरे तालाब के लिए 114.14 लाख रुपये की स्वीकृति हुई हैं। इसमें 16 लाख 88 हजार रुपये अवमुक्त हो चुके हैं। 15 मार्च 2024 को कार्य करने का निर्देश जारी हुआ था। निर्धारित 10 माह में निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। पक्का तालाब के लिए 216 लाख 69 हजार का बजट स्वीकृत किया गया था। यहां भी 15 मार्च 2024 को कार्य करने के निर्देश जारी हुए। पहली किस्त के रूप में 32.93 लाख रुपये अवमुक्त किया गया। 12 माह में निर्माण कार्य पूरा करना था। अभी तक 40 प्रतिशत निर्माण भी पूरा नहीं हो पाया है। नगर निगम के अधिशासी अभियंता आशीष त्रिवेदी ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में चार तालाब अमृत 2.0 योजना के तहत चिह्नित किए गए हैं। इनका बजट स्वीकृत हो गया है। कुछ में काम चल रहा है। कुछ में कब्जों के चलते कार्य कराने में दिक्कत आ रही है।
