पीलीभीत: दिनभर सन्नाटे के बाद सपा कार्यालय के बाहर एक और नोटिस चस्पा...अब 18 जून को कब्जा लेने की तैयारी
पीलीभीत, अमृत विचार: छह दिन की मोहलत समाप्त होने और न्यायालय में स्टे को लेकर सुनवाई में नई तारीख मिलने के बाद दूसरे दिन दिनभर दोनों पक्षों में सन्नाटा पसरा रहा। सपा कार्यालय पर ताले लटके रहे और कुछ देर के लिए कार्यकर्ता पहुंचे। पालिका की कोई टीम नहीं पहुंची तो चर्चाएं कार्रवाई टलने को लेकर तेज हो गई। मगर, दोपहर बाद अचानक मामला फिर गरमा उठा। ईओ की ओर से एक और नोटिस कार्यालय पर चस्पा करा दिया गया है। जिसमें भवन को खाली करने की बात कही गई है। अब बुधवार सुबह दस बजे नगरपालिका द्वारा अपने भवन पर कब्जा लेने की तैयारी है। हालांकि इस चस्पा किए गए नोटिस का जवाब सपा जिलाध्यक्ष की ओर से ईओ को भेज दिया है।
बता दें कि नकटादाना चौराहा पर स्थित नगर पालिका ईओ आवास में सपा कार्यालय संचालित हो रहा है। दस जून को इस भवन को खाली कराने के लिए पुलिस प्रशासनिक अधिकारी भारी फोर्स के साथ पहुंचे थे और चार घंटे जद्दोजहद चली थी। जिसके बाद सपा नेताओं ने छह माह की मोहलत मांगी, लेकिन प्रशासन ने छह दिन की मोहलत दे दी थी। इसी बीच 13 जून को एक वाद सपा नेताओं की ओर से सिविल न्यायालय सीनीयर डिवीजन में योजित किया गया। 16 जून को स्टे लेकर दिए गए प्रार्थना पत्र पर सुनवाई हुई थी। जिसमें अब 21 मई की तिथि नियत की गई है। सपा नेताओं को फिलहाल स्टे नहीं मिल सका और छह दिन की मियाद भी पूरी हो गई। इसके बाद हलचल बढ़ गई थी। मंगलवार को सुबह से ही सपा कार्यालय पर ताला लटका रहा। बाहर जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा की गाड़ी खड़ी रही लेकिन वह नहीं थे। बताते हैं कि कुछ देर को कार्यकर्ता पहुंचे और बाहर से ही चले गए थे। इधर, नगरपालिका स्तर से भी कोई टीम नहीं पहुंची थी। दोपहर तक मामला शांत रहा और तमाम चर्चाएं तेज होती रही। मगर इसके बाद हलचल तब और बढ़ गई जब नगरपालिका ईओ संजीव कुमार की ओर से एक नोटिस सपा कार्यालय पर चस्पा कराया गया, जिसमें भवन को खाली करने के लिए लिखा गया है।
ईओ का कहना है कि 18 जून की सुबह नगरपालिका अपने भवन पर कब्जा लेगी। जिसके बाद प्रकरण फिर से गरमा गया है। हालांकि सपा नेता इस कार्रवाई को असंवैधानिक बता रहे हैं। ऐसे में टकराव की स्थिति सी बनती दिख रही है। उधर, जिलाध्यक्ष सपा जगदेव सिंह जग्गा का कहना है कि हमारे पास इस तरह की कोई सूचना ईओ के द्वारा नहीं दी गई। पता चला है कि एक नोटिस कार्यालय पर मंगलवार दोपहर को चस्पा कराया गया है। मगर, इसमें स्पष्ट नहीं लिखा गया है। सिविल न्यायालय में वाद विचाराधीन है। इस संबंध में नोटिस का जवाब अधिकारियों को भेज दिया है। जिसमें कहा है कि इस नोटिस के परिप्रेक्ष्य में कोई भी प्रतिकूल कार्यवाही कब्जा हटाने के संबंध में न की जाए, जब तक विचाराधीन वाद में कोई अंतिम निर्णय न हो। अगर ऐसा कुछ किया जाता है तो सपा व्यक्तिगत रूप से सक्षम न्यायालय में ईओ के विरुद्ध कार्यवाही करने को बाध्य होगी।
उच्चाधिकारियों से विचार विमर्श करने के बाद नगर पालिका के भवन में संचालित सपा कार्यालय को खाली करने की अवधि 18 जून की तय की गई है। सुबह 10 बजे फोर्स के साथ कार्यालय खाली कराने और अपने भवन पर कब्जा लेने के लिए टीम जाएगी। इसकी जानकारी सपा जिलाध्यक्ष को भी दे दी गई है। गठित की गई टीमें पांच सदस्य शामिल हैं, जिसमें दो प्रशासनिक स्तर से नामित किए गए हैं। - संजीव कुमार, ईओ नगरपालिका
