Krishna Gupta murder case : लापता ड्राइवर की गला रेत कर हत्या, घैला पुल के पास मिला शव

गर्दन, चेहरे और सिर पर मिले चोट के निशान, दो संदिग्धों से पुलिस कर रही पूछताछ
अमृत विचार, ठाकुरगंज : ठाकुरगंज थाना अंतर्गत सीतापुर बाईपास पर घैला के पास दो दिनों से लापता ड्राइवर कृष्णा गुप्ता (29) का शव मिला। गुरुवार दोपहर परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंच कर शव की शिनाख्त की। इस दौरान मृतक की गर्दन, चेहरे और सिर पर गहरे जख्म के निशान मिले हैं। इसके बाद परिजनों ने पड़ोसियों पर हत्या करने की आशंका जताते हुए संबधित थाने में तहरीर दी है। शक के आधार पर पुलिस ने दो संदिग्धों को उठाया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
इंस्पेक्टर ठाकुरगंज श्रीकांत राय के मुताबिक, क्षेत्र के राधाग्राम डूडा कॉलोनी निवासी ड्राइवर कृष्णा कुमार गुप्ता मंगलवार की शाम से लापता थे। परिजनों ने काफी खोजबीन की। बावजूद इसके उनका कहीं सुराग नहीं मिला। किसी अनहोनी की आशंका के मद्देनजर परिजनों ने उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। बुधवार शाम सीतापुर बाईपास पर घैला पुल के नजदीक पुलिस को एक अज्ञात शव मिला था। गुरुवार को हुलिए के आधार पर पुलिस ने शव की शिनाख्त कराई। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों ने शव की पहचान कृष्णा कुमार गुप्ता के रुप में की। इस दौरान भतीजे विशाल गुप्ता ने बताया कि चाचा कृष्णा गुप्ता उनके साथ रहते थे। दादा राममिलन और दादी शांतिदेवी की मौत के बाद वह उन्हीं के घर पर निवास करते थे।
आरोप है कि मंगलवार रात करीब आठ बजे चाचा कृष्णा पड़ोसी संजय यादव के साथ घर से बाहर गए थे। जिसके बाद वह वापस नहीं लौटे। परिजनों ने उनके फोन पर संपर्क किया, लेकिन मोबाइल बंद जाने लगा। जिसके बाद परिजनों ने कृष्णा के दोस्तों के घर जाकर पूछताछ की। फिर उनका कहीं हालपता नहीं मिल सका। बुधवार को परिजनों ने ठाकुरगंज थाने में कृष्णा कुमार की गुमशुदगी दर्ज कराई। देर शाम पुलिस को सीतापुर बाईपास पर घैला पुल के पास एक अज्ञात का शव मिला। जिसके बाद पुलिस ने कृष्णा के परिजनों से संपर्क कर शव की शिनाख्त कराई।
दो माह पहले छूट गई थी नौकरी
परिजनों ने बताया कि दो माह पूर्व कृष्णा की नौकरी छूट गई थी। वह घर पर बैठकर रोजगार की तलाश कर रहा था। मंगलवार को वह बिना बताए कहीं चला गया था, जिसके बाद वह वापस नहीं लौटा। इंस्पेक्टर ने बताया कि मृतक के भाई की लिखित शिकायत पर मड़ियांव पुलिस ने हत्या की धारा में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
कातिलों ने शर्ट से बांध दिए थे हाथ
भतीजे विशाल गुप्ता ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चाचा के शव की फोटोग्राफ वायरल हुई थी। जिसमें उनकी शर्ट से हाथ बंधे हुए थे। बताया कि कातिलों ने उनके चाचा के हाथों को शर्ट से बांधकर मौत के घाट उतार दिया है। इसके साथ गले, चेहरे और सिर पर किसी धारदार हथियार से भी वार किया है। बताया कि पड़ोसी संजय यादव की बहन से चाचा कृष्णा के प्रेम-सम्बन्ध थे। इस देकर दोनों परिवार के बीच अक्सर झगड़ा होता था। आरोप है कि चाचा को रास्ते से हटाने के लिए संजय यादव ने साजिश रची है। साचिश के तहत संजय ने कुछ माह पूर्व चाचा से दोस्ती की थी। जिसके बाद दोनों अक्सर देर रात तक घुमने भी जाते थे।
पड़ोसी के साथ शराब ठेके पर दिखाई पड़ा ड्राइवर
विशाल ने बताया कि मंगलवार की रात पड़ोसी संजय यादव अकेला घर पहुंचा तब उन्होंने उससे चाचा के बारे में पूछा। इस पर पड़ोसी ने बताया कि कृष्णा उसके साथ नहीं था। गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस ने तफ्तीश शुरु की। तब दुबग्गा के हरिनगर स्थित एक शराब ठेके के पास कुछ लोगों ने संजय को कृष्णा के साथ शराब पीते देखा था। इसके बाद पुलिस ने संजय यादव और उसके साथी को हिरासत में उठाया है। इंस्पेक्टर का कहना है कि पड़ोसी संजय यादव को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। प्रथम दृष्टया में प्रेम-प्रसंग के चलते चालक कृष्णा गुप्ता की हत्या की गई है। फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा।
यह भी पढ़ें:- खत्म हो गई बचपन की प्रेम कहानी : प्रेमिका ने प्रेमी के घर में फंदा लगाकर दी जान