मुरादाबाद: बारिश के लिए टकटकी, मानसून सक्रिय न होने से जनजीवन बेहाल, आज राहत की आस
मुरादाबाद, अमृत विचार। बादलों के उमड़ने के बाद भी लोग बिन भीगे रह गए। आषाढ़ में जेठ की तरह सूरज की तपिश ने लोगों के पसीने निकाल दिए। उमस ने बेचैन किया। बारिश के लिए सभी की टकटकी लगी है। मानसून की सक्रियता में देरी से जनजीवन बेहाल है।
कई दिनों से बादल उमड़ घुमड़ रहे हैं। प्री मानसून में बारिश न होने से लोगों को सूरज की तपिश झुलसा रही है। सुबह से लेकर रात तक उमस से लोगों की नींद व चैन छिन रहा है। बादलों की आवाजाही के बाद भी लोग गर्मी से परेशान हैं। दोपहर में सड़कें सूनी रह रही हैं। शनिवार को अधिकतम तापमान शुक्रवार की अपेद्वाा दो डिग्री सेल्सियस बढ़कर 34.5 डिग्री सेल्सियस हो गया। हालांकि न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पूरे दिन उमस से लोग बेहाल रहे।
बारिश न होने से किसानों को सिंचाई के लिए मुश्किल हो रही है। उन्हें सिंचाई के लिए अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है। जबकि आषाढ़ के महीने में बारिश से किसानों को फसलों की सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ती है।
गोबिंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि शनिवार को आर्द्रता 54 प्रतिशत रहा। 1.6 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दक्षिण पश्चिम दिशा से हवा चली। उन्होंने बताया कि 22 जून से मानसून सेट कर जाएगा। हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके बाद महीने के अंत तक मानसून की बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
