लखीमपुर खीरी: खाद की खुदरा बिक्री बंद रखेंगे व्यापारी...थोक दरों में पारदर्शिता की मांग 

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
On

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। खुदरा कृषि व्यापारी एसोसिएशन ने गुरुवार से खाद का खुदरा व्यापार बंद रखने का निर्णय लिया। जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचकर खाद की थोक दरों में पारदर्शिता की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और डीएम कार्यालय पर ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में कहा है कि खुदरा विक्रेताओं को तो सरकार तय दरों पर खाद देने के लिए बाध्य करती है, लेकिन थोक दरों को लेकर अब तक कोई स्पष्ट नीति नहीं है। थोक विक्रेता यूरिया की एक बोरी 270 से 300 रुपये तक देते हैं, जिसमें टैगिंग की बाध्यता, परिवहन और श्रमिक खर्च जोड़ने के बाद लागत 315 रुपये तक पहुंच जाती है, जबकि सरकार के तय फुटकर मूल्य मात्र 266.50 रुपये प्रति बोरी है। इसमें खुदरा व्यापारी हर बोरी पर घाटा झेल रहे हैं।

व्यापारियों का कहना है कि थोक दर निर्धारण की मांग कोई नई नहीं है। दो साल से लगातार प्रशासन और कृषि विभाग को ज्ञापन देकर ठोस निर्णय की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकाला गया है। महासचिव मलिक मोहम्मद साकिब ने कहा कि हड़ताल सरकार या किसानों के खिलाफ नहीं है, बल्कि व्यापार के अस्तित्व की लड़ाई है। हम सरकार और किसानों के साथ हैं, लेकिन घाटे में व्यापार नहीं कर सकते।

कोषाध्यक्ष हरदयाल गुप्ता, करुणेश गुप्ता, उमेश शर्मा, नीरज कुमार गुप्ता आदि ने कहा कि जब तक सरकार थोक दरें निर्धारित नहीं करती, जिले भर के सभी खुदरा विक्रेता खाद का विक्रय बंद रखेंगे। व्यापारियों के इस निर्णय से किसानों के सामने बढ़ी समस्या खड़ी हो गई है। किसान धान की पौध रोपाई करने की तैयारी में जुटे हैं। दूसरी तरफ यूरिया, डीएपी आदि खाद के संकट ने उनकी परेशानियों को और बढ़ा दिया है।

संबंधित समाचार