लखनऊ: मुनाफे के लिए जिंदगी से खिलवाड़! इंजेक्शन वाला दूध और सब्जियां बिगाड़ रहीं हार्मोंस
यूपी एसटीएफ ने 1.20 करोड़ का पकड़ा ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन, लखनऊ से सटे जिलों में खपाते थे तस्कर
लखनऊ, अमृत विचार : मुनाफे की धुन में लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ आम हो चला है। मिलावटी खाद्य सामग्री के बीच दूध, फल-सब्जियां भी खतरनाक दवाओं से नहीं बच पाईं। पशुओं से ज्यादा दूध निकालने और रातोंरात सब्जियों का आकार बढ़ाने के लिए धड़ल्ले से ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा रहा है। यूपी एसटीएफ ने करीब 1.20 करोड़ रुपये का 5,87,880 एमएल ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन पकड़ा है, जो राजधानी लखनऊ से सटे जिलों में खपाया जाना था। इतनी भारी खेप ने अधिकारियों को हैरान कर दिया है। पुलिस तस्करों का पूरा नेटवर्क खंगालने में जुटी है।
पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वो दिल्ली और बिहार से थोक के भाव ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन लाते थे। 20 रुपये में 100 मिली लीटर की दर पर खरीदते थे। इसके बाद इसमें मिलावट करते और फिर 80 रुपये में इसे थोक के भाव सप्लाई कर देते।
एसटीएफ को पता लगा है कि लखनऊ, बाराबंकी, बलरामपुर, सीतापुर, हरदोई, बहराइच, उन्नाव और आसपास के जिलों में तस्करों का नेटवर्क एक्टिव है, जो यहां के डेयरी संचालक और उद्यान किसानों तक इंजेक्शन पहुंचाते हैं। ये इंजेक्शन इतना खतरनाक है कि रातोंरात सब्जियों का आकार बढ़ा देता है। भैंस या गाय दूध देने पर विवश हो जाती।
हार्मोंस पर पड़ रहा बुरा असर
ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का इस्तेमाल करके जो दूध निकाला जाता है या सब्जियां बढ़ाई जाती हैं। उनका सेवन करने वालों में हार्मोंनल गड़बड़ियां हो सकती हैं। रिसर्च बताती है कि इससे इंसानों के हार्मोंस पर काफी बुरा असर पड़ता है। पेट की बीमारियों से लेकर एलर्जी की समस्या उत्पन्न हो सकती हैं। यहां तक कि इसके ज्यादा सेवन वाले पदार्थ इस्तेमाल करने वालों में इंफर्टिलिटी की समस्या भी हो सकती है।
सबकी कुंडली बना रही एसटीएफ
ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की सप्लाई करने वाले तस्करों से लेकर डेयरी संचालक और उन किसानों तक की कुंडली तैयार की जा रही है, जो इस इंजेक्शन का उपयोग करते हैं। एसटीएफ तस्करों से पूछताछ के आधार पर एक सूची तैयार कर रही है। जिसमें डेयरी संचालकों से लेकर किसानों तक की डिटेल शामिल है। माना जा रहा है कि एसटीएफ ऑक्सीटोसिन के धंधे और उपयोग से जुड़े सभी लोगों पर कार्रवाई कर सकती है।
