जालौन: डीएम का बड़ा एक्शन, लापरवाही पर 13 अधिकारियों का रोका वेतन, जानें पूरा मामला
जालौन। उत्तर प्रदेश में जालौन जिला प्रशासन ने गोवंश संरक्षण में लापरवाही बरते जाने के आरोप में 13 अधिकारियों का वेतन रोक दिया है जबकि पांच को प्रतिकूल प्रवष्टि दी गयी है। शुक्रवार को गोवंश संरक्षण और भरण-पोषण व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक की।
बरसात के मौसम में गौशालाओं की दुर्दशा और नोडल अधिकारियों की लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने 13 अधिकारियों का वेतन अवरुद्ध कर दिया गया, पांच को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई तथा तीन अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
एक अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि गौशालाओं में हरे चारे, शुद्ध पेयजल और साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था अनिवार्य है। कोई भी गौवंश सड़कों पर दिखाई न दे, इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को पूरी जवाबदेही निभानी होगी।
डीएम ने निर्देश दिए कि सभी उप जिलाधिकारी एवं खंड विकास अधिकारी समय-समय पर औचक निरीक्षण करें और स्थानीय स्तर पर जिम्मेदारियों को सक्रिय रूप से निभाएं, ताकि गौवंश को किसी प्रकार की असुविधा न हो। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी के.के. सिंह, जिला विकास अधिकारी निशांत पाण्डेय, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अवस्थी समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
