अखिलेश यादव हिंदुओं को अपमानित करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते, बोले बीजेपी के पूर्व सांसद निरहुआ- मैं भोजपुरी बोलता हूं, मराठी नहीं...
UP News: बीजेपी के पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अखिलेश हिंदू धर्म का अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ते।
वाराणसी में अपनी नई फिल्म के प्रचार के दौरान निरहुआ ने एक साक्षात्कार में महाराष्ट्र में भाषा विवाद और उत्तर प्रदेश की राजनीति पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा, "मैं भोजपुरी बोलता हूं, मराठी नहीं। अगर किसी को इससे आपत्ति है, तो मुझे बाहर करके दिखाए। गरीबों को निशाना बनाना गलत है। कुछ लोग टूटने वाली राजनीति करते हैं, जबकि हमारी ताकत विविधता में एकता है।"
इटावा मामले पर साधा निशाना
इटावा में कथावाचक के साथ मारपीट की घटना पर निरहुआ ने कहा कि इस मामले में गंदी राजनीति हुई, जो नहीं होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा, "विकास की बात होनी चाहिए, न कि ऐसी गंदी राजनीति। कथावाचक सिर्फ ब्राह्मण ही नहीं, बल्कि हर ज्ञानी व्यक्ति पंडित है। मुंबई में राजपूत डेयरी है, अगर किसी को इससे दिक्कत है, तो यह गलत है।" सावन में नाम बताने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अपनी पहचान पर गर्व करना अच्छी बात है। उन्होंने जोड़ा, "सदन में मैं और रवि किशन जी भोजपुरी में बात करते हैं। अपनी पहचान क्यों छुपाएं?"
अखिलेश पर गंभीर आरोप
निरहुआ ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हिंदू धर्म को ठेस पहुंचाकर एक खास समुदाय को खुश करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा, "अखिलेश को लगता है कि हिंदू देवी-देवताओं और मंदिरों का अपमान करने से मुसलमान खुश होंगे, लेकिन ऐसा नहीं है। लोग विकास और राष्ट्रहित चाहते हैं।" उन्होंने दावा किया कि आजमगढ़ में पहले लोग प्रमाणपत्र लेने नहीं जाते थे, लेकिन बीजेपी के कार्यों ने वहां बदलाव लाया है।
बिहार और यूपी चुनाव पर बोले
उत्तर प्रदेश और बिहार में चुनाव लड़ने के सवाल पर निरहुआ ने कहा कि एनडीए ने बिहार को बदल दिया है। वहां सड़कें बेहतर हुई हैं और जंगल राज का अंत हुआ है। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, "कुछ लोग सिर्फ मुंह से नौकरी बांटते हैं। मेरा ध्यान फिल्में बनाने पर है, लेकिन पार्टी जहां कहेगी, वहां जाऊंगा।"
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