Sawan 2025: सावन में भोले बाबा को ऐसे करें खुश, इन चीजों का रखें खास ध्यान
लखनऊ, अमृत विचारः आज से सावन की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में हर कोई बाबा भोलेनाथ को खुश करने के लिए हर प्रयास कर रहा है। ऐसे में आपको नियमों का पालन करना होता है। आइए आपको सावन से जुड़ी हर जरूरी जानकारी बताते हैं। ज्योतिषाचार्य विघ्नेश दुबे का कहना है कि सावन में शिवलिंग की पूजा विधि बहुत आसान है, बस सच्चे मन और श्रद्धा से पूजा करना जरूरी है। बताया कि सावन के महीने में सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। स्नान के बाद साफ-सुथरे वस्त्र पहनें। अगर आप सोमवार का व्रत रख रहे हैं तो व्रत का संकल्प भी लें। सबसे पहले शिवलिंग पर गंगा जल चढ़ाएं गंगा जल न हो तो साफ पानी भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके बाद दूध, शहद, दही, घी और शक्कर से शिवलिंग का अभिषेक करें। इन सभी चीजों को मिलाकर पंचामृत बनता है, जो बहुत शुभ माना जाता है। शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाना बहुत ही पुण्यकारी माना जाता है।
ध्यान रखें कि बेलपत्र ताजे हों और उस पर चंद्र (त्रिपत्री) बना हो। बेलपत्र शिव जी को अत्यंत प्रिय है। शिवलिंग पर धतूरा, भांग और आक का फूल चढ़ाना भी शुभ माना जाता है। यह चीजें भगवान शिव को बहुत पसंद हैं। शिवलिंग पर सफेद फूल, खासकर कनेर, चमेली या मदार के फूल चढ़ाएं. साथ ही फल भी अर्पित करें। शिवलिंग के सामने दीपक और धूप जलाएं. दीपक में गाय का घी या तिल का तेल डाल सकते हैं। शिव जी के मंत्र का जाप करें। सबसे सरल मंत्र है - ‘ॐ नमः शिवाय' इस मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। आप महामृत्युंजय मंत्र का भी जाप कर सकते हैं।
व्रत का पालन करें
ज्योतिषाचार्य विघ्नेश दुबे का कहना है कि पूजा के अंत में शिव जी की आरती करें और भोग लगाएं। भोग में मावे की मिठाई, फल या सूखे मेवे रख सकते हैं। यदि आप व्रत रख रहे हैं तो पूरे दिन फलाहार करें और शिव जी का स्मरण करते रहें।
ये रखें सावधानी
ज्योतिषाचार्य का कहना है कि शिवलिंग पर तुलसी के पत्ते कभी न चढ़ाएं।पूजा के समय मन में क्रोध, लोभ या किसी के प्रति द्वेष न रखें, बेलपत्र को उल्टा नहीं चढ़ाएं।
यह भी पढ़ेः हज-2026 के लिए 31 जुलाई तक कर सकते हैं आवेदन, जानें पूरी प्रक्रिया
