बदायूं: दिव्यांग पेंशन में बड़ा फर्जीवाड़ा, मृतकों और शादीशुदा लोगों को मिल रही थी पेंशन

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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बदायूं, अमृत विचार। दिव्यांग पेंशन योजना में बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। लंबे समय से दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग मृतकों और अपात्र लोगों के खातों में पेंशन डालता आ रहा था। शासन के निर्देश पर हुए सर्वे के दौरान यह फर्जीवाड़ा सामने आया है। जिले में कुल 393 फर्जी लाभार्थी पकड़े गए हैं। इनमें 275 मृतक हैं, जिनके नाम पर अब तक पेंशन जारी हो रही थी। वहीं 118 अन्य अपात्र लाभार्थियों के खाते में भी सरकारी मदद भेजी जा रही थी। मामला उजागर होने पर इन सभी की पेंशन तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है। साथ ही वसूली की प्रक्रिया शुरू करते हुए नोटिस जारी कर दिए गए हैं।

275 मृतकों के खाते में जा रही थी सरकारी मदद
दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी प्रणव पाठक ने बताया कि जिले में 24 हजार से अधिक दिव्यांग पेंशन लाभार्थी पंजीकृत हैं। हर लाभार्थी को प्रति माह एक हजार रुपये पेंशन दी जाती है। शासन ने लाभार्थियों की जांच के आदेश दिए थे, जिसके बाद ब्लॉक कर्मचारियों की टीमों ने डोर टू डोर सर्वे किया। जांच में सामने आया कि 275 लाभार्थी अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके नाम पर लगातार पेंशन जारी हो रही थी।

118 अपात्रों पर भी मेहरबान था विभाग
सर्वे में 118 ऐसे लाभार्थी भी सामने आए जो अपात्र निकले। इनमें कई महिलाएं ऐसी थीं, जिनकी शादी हो चुकी है और वे आर्थिक रूप से सक्षम थीं। इसके बावजूद विभाग इनके खातों में पेंशन डालता रहा। सभी की पेंशन निरस्त कर रिकवरी के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

विधवा पेंशन में भी फर्जीवाड़ा: एक हजार अपात्रों की पेंशन बंद
दिव्यांग विभाग की तरह जिला प्रोबेशन विभाग में भी पेंशन घोटाला सामने आया है। निराश्रित महिलाओं को दी जाने वाली विधवा पेंशन के सत्यापन में करीब एक हजार अपात्र महिलाएं चिन्हित हुईं। इनमें कई ऐसी महिलाएं हैं, जो दोबारा शादी कर चुकी हैं या अब संपन्न हैं। जिला प्रोबेशन विभाग ने इन सभी की पेंशन निरस्त करते हुए वसूली के नोटिस थमा दिए हैं।

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