19 जुलाई से नौ अगस्त के बीच 10 दिन बंद रहेगा लखनऊ-गोरखपुर हाईवे
नहीं चल सकेंगे भारी वाहन, लागू होगा रूट डायवर्जन
अयोध्या, अमृत विचार । श्रावण माह में 19 जुलाई से नौ अगस्त के बीच 10 दिन लखनऊ-अयोध्या-गोरखपुर हाईवे भारी वाहनों के लिए बंद रहेगा। यातायात पुलिस ने डायवर्जन लागू किया है।
दूसरे सोमवार व श्रावण त्रयोदशी को लेकर 19 से 24 जुलाई तक 120 घंटे लखनऊ-अयोध्या-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मालवाहक भारी वाहन, ट्रक, डीसीएम, ट्रैक्टर आदि नहीं चल सकेंगे।
वहीं, इस वर्ष नई व्यवस्था लागू करते हुए मणिपर्वत मेला, श्रावण माह के तृतीय सोमवार व नाग पंचमी पर्व पर 26 जुलाई की प्रात: आठ से 29 जुलाई की रात 11 बजे तक, श्रावण माह के चतु्र्थ व अंतिम सोमवार पर तीन अगस्त की सुबह आठ बजे से चार अगस्त की रात 11 बजे तक व श्रावण पूर्णिमा व रक्षाबंधन पर्व पर आठ अगस्त की प्रात: आठ बजे से नौ अगस्त की रात 11 बजे तक हाईवे को बंद किया गया है। एसपी यातायात एपी सिंह ने बताया कि इसको लेकर पड़ोसी जनपद बाराबंकी, गोंडा, गोरखपुर, अमेठी, सुलतानपुर, अंबेडकरनगर से भारी वाहनों का डायवर्जन कर उन्हें अन्य मार्ग से उनके गंतव्य को भेजा जाएगा। बताया कि कांवड़ियों के वाहनों के अलावा चार पहिया वाहनों के साथ आवश्यक सेवाओं वाले वाहनों पर यह डायवर्जन लागू नहीं होगा।
इस तरह रहेगा डायवर्जन
-सुल्तानुपर से आने वाले वाहनों को कूड़ेभार से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर डायवर्ट किया जाएगा।
-रायबरेली से आने वाले वाहनों को हलियापुर से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर डायवर्ट किया जाएगा।
-आजमगढ़, अंबेडकरनगर से आने वाले वाहनों को गोहन्ना मोड़ अम्बेडकरनगर से दोस्तपुर होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर डायवर्ट किया जाएगा।
-बाराबंकी की ओर से आने वाले वाहनों को भिटरिया रामसनेही घाट से हैदरगढ़ से पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे से गंतव्य के लिए भेजा जाएगा।
-जनपद बस्ती की ओर से आने वाले वाहनों को लोलपुर से नवाबगंज गोंडा की ओर डायवर्ट किया जाएगा।
-जनपद गोंडा की ओर से नवाबगंज से आने वाले वाहनों को लकड़मंडी से लोलपुर से बस्ती की ओर डायवर्ट किया जाएगा।
-जनपद गोरखपुर से वाहनों का डायवर्जन-गोरखपुर से लिंक एक्सप्रेस-वे होकर पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे पर डायवर्जन किया जाएगा।
-जनपद गोरखपुर-संतकबीरनगर-बस्ती से आने वाले वाहनों को कलवारी से टाण्डा से अकबरपुर से दोस्तपुर से पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे पर डायवर्जन किया जायेगा।
-गोरखपुर, संत कबीरनगर, बांसी, मेहदावल, डुमरियागंज, उतरौला, बलरामपुर, गोंडा से आने वाले वाहन जरवल रोड तिराहा से वापस आकर बहराइच की ओर जाकर टिकोरा मोड़ से चहलरी घाट रोड होते हुए सिधौली सीतापुर-लखनऊ मार्ग की ओर डायवर्जन किया जाएगा।
-जनपद बलरामपुर, बहराइच, गोण्डा, श्रावस्ती से अयोध्या होकर लखनऊ जाने वाले वाहनों को टिकोरा मोड़ से चहलरी घाट रोड होते हुए सिधौली सीतापुर-लखनऊ मार्ग पर डायवर्जन किया जाएगा।
-जनपद कानपुर की ओर से आने वाले वाहनों को कानपुर, उन्नाव, मौरावां, मोहनलालगंज, गोसाईगंज, चांद सराय से पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर की ओर डायवर्जन किया जायेगा।
-जनपद लखनऊ में आगरा एक्सप्रेस-वे से आने वाले वाहनों को मोहान, जुनाबगंज, से मोहनलालगंज से गोसाईगंज से पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर की ओर डायवर्जन किया जायेगा।
-जनपद सीतापुर, शाहजहांपुर से आने वाले वाहनों को आईआईएम रोड दुबग्गा से आलमबाग, नहरिया से शहीदपथ होते हुए अहीमामऊ से होते हुए पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे पर डायवर्जन किया जायेगा।
बोल बम के जयकारे से गूंज रही रामनगरी
बोल बम की गूंज से रामनगरी शिव भक्तों से गुलजार हो गई है। हजारों की संख्या कांवड़ यात्रियों का जत्था यहां पहुंचने लगा है। 20 व 21 जुलाई को त्रयोदशी पर्व पर लाखों की संख्या में कांवड़ियों के पहुंचने की उम्मीद है।
सावन कृष्ण पक्ष 23 जुलाई को पड़ रहे त्रयोदशी महाशिवरात्रि पर्व से पूर्व बस्ती व आसपास के इलाके के लाखों की संख्या में कांवड़िये अयोध्या पहुंचेंगे। यह सभी सरयू में स्नान के उपरांत नागेश्वरनाथ मंदिर पर जलाभिषेक करने के बाद सरयू जल लेकर बस्ती के प्रसिद्ध भदेश्वरनाथ मंदिर पर जलाभिषेक करने के लिए निकलेंगे। इसके अलावा सुलतानपुर, गोंडा, बहराइच, अंबेडकरनगर के भी कांवड़िये जल लेकर अपने अपने क्षेत्र में स्थित शिवालयों पर भोलेनाथ का जलाभिषेक करेंगे। इसके लिए कांवड़ियों की भीड़ अयोध्या की सरयू तट पर दिखाई देने लगी है। इनमें मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड के भी कांवड़िए शामिल हैं। मंगलवार को मध्य प्रदेश के मऊगंज से आया कांवड़ियों का जत्था सरयू नदी में स्नान करने के बाद रामलला का दर्शन पूजन कर बाबा धाम के लिए सरयू का जल लेकर रवाना हुआ। इसमें शामिल श्रीनिवास गुप्ता ने कहा कि इस यात्रा में हम सभी लगभग 25 लोग शामिल हैं।
अपने जिले से निकलने के बाद सबसे पहले प्रयागराज गंगा स्नान करने के बाद आज सरयू स्नान करने के लिए पहुंचे हैं। नागेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक कर हनुमानगढ़ी और राम मंदिर में भी दर्शन किया है। बताया कि बाबा धाम पहुंचने से पहले काशी विश्वनाथ में भी जलाभिषेक करेंगे। राजकुमार केसरवानी ने कहा कि हम लोगों की लगभग 15 दिनों की यात्रा है, जो बाबा धाम में जलाभिषेक करने के बाद नेपाल तक जाएंगे, वहां भी सभी प्रमुख शिव मंदिरों में जलाभिषेक करेंगे।
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