नाबालिग से दुष्कर्म के दोषी ने सेंट्रल जेल में फंदा लगाकर की आत्महत्या

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Published By Pradeep Kumar
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केंद्रीय कारागार, बरेली में तीन साल पहले आया था उम्रकैद की सजायाफ्ता मुकेश

बरेली/गोला, अमृत विचार: इज्जतनगर क्षेत्र की सेंट्रल जेल में नाबालिग से दुष्कर्म में उम्रकैद की सजा काट रहे लखीमपुर खीरी जनपद के थाना गोला के गांव जगन्नाथपुर निवासी मुकेश कुमार (32) ने जेल में ही गुरुवार सुबह फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सीसीटीवी की निगरानी होने के बावजूद कैदी अपनी बैरक के आगे बरामदे में लोहे के एंगल में गमछे के सहारे फंदा बनाकर लटक गया। इज्जतनगर पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया है।

लखीमपुर खीरी के गांव जगन्नाथपुर निवासी मुकेश कुमार को 23 सितंबर 2021 को लखीमपुर खीरी के विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट-11) की अदालत ने किशोरी से दुष्कर्म करने के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाते हुए 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था। कैदी मुकेश कुमार को 16 अक्टूबर 2022 को सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। कैदी मुकेश सेंट्रल जेल में आने के बाद कुछ समय तक ठीक रहा। इसके बाद वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा। मुकेश ने गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे के करीब बैरक के बरामदे में लगे लोहे के एंगल में गमछे के सहारे फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जेल प्रशासन ने मुकेश के परिजनों को जानकारी दी। मुकेश के परिजन गुरुवार देर शाम को शव लेकर पैतृक गांव के लिए रवाना हो गए।

2023 से मानसिक रूप से हुआ परेशान, चल रहा था इलाज
नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में दोष सिद्ध कैदी मुकेश सेंट्रल जेल में आने के बाद काफी समय तक ठीक रहा, लेकिन 2023 से वह दिमागी रूप से परेशान चलने लगा। इसके बाद मेंटल हॉस्पिटल से विशेषज्ञों की टीम बुलाकर उसे दिखाया गया। टीम ने उसका लगातार इलाज कराने की सलाह दी। जेल प्रशासन ने उसके बाद उसे मानसिक रोगी वार्ड संख्या छह में शिफ्ट कर दिया। इसके बाद से डॉक्टरों की टीम उसका लगातार परीक्षण करती रहती थी। मुकेश गुरुवार की सुबह बैरक से निकल कर अस्पताल में दवा लेने के लिए जा रहा था, लेकिन वह अस्पताल न जाकर बरामदे में लगे लोहे की एंगल में गमछे के सहारे फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। यहां वह काफी समय से अवसाद व अन्य मानसिक रोगों से जूझ रहा था। इसलिए उसकी मानसिक रोग की दवा चल रही थी और उसे विशेष निगरानी वाली सेल में रखा गया था।

हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी ने खाया था जहर
बता दें कि अप्रैल माह में हत्या के मामले में सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे बंदी नेतराम ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। वह लंबे समय से बीमार चल रहा था। उसके फेफड़े में काफी समस्या थी। इसके कारण उसने जहर खाकर जान दे दी थी।

नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहा कैदी मुकेश कुमार काफी समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। उसका इलाज भी कराया जा रहा था। उसने गुरुवार को गमछे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर चले गए हैं। आगे की कार्रवाई की जा रही है। - नीरज कुमार, जेलर, सेंट्रल जेल।

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